Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Why Not To Wash Raw Chicken: खाने-पीने की चीजों को पकाने से पहले अच्छी तरह धोना सभी की आदत होती है. माना जाता है कि खाने-पीने में साफ-सफाई के लिए यह जरूरी होता है. अक्सर लोग चिकन बाजार से लाते हैं और उसे पकाने से पहले धो लेते हैं. अगर आप भी यह गलती कर रहे हैं, तो सावधान होने की जरूरत है. ज्यादातर लोग सोचते हैं कि धोने से चिकन में मौजूद बैक्टीरिया खत्म हो जाते हैं, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि कच्चे चिकन को धोना हानिकारक है, क्योंकि इससे बैक्टीरिया नष्ट नहीं होते, बल्कि पूरी किचन में फैल जाते हैं. इससे सेहत के लिए गंभीर खतरे पैदा हो सकते हैं.

द कन्वर्सेशन की रिपोर्ट के मुताबिक कच्चे चिकन में अक्सर कैंपिलोबैक्टर और सैल्मोनेला जैसे खतरनाक बैक्टीरिया पाए जाते हैं. ये बैक्टीरिया दस्त, उल्टी, बुखार और गंभीर पेट के इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं. जब आप कच्चे चिकन को धोते हैं, तो यह बैक्टीरिया पानी की छींटों के साथ रसोई के सिंक, प्लेट, बर्तनों और किचन काउंटर तक फैल सकते हैं, जिससे क्रॉस-कंटामिनेशन का खतरा बढ़ जाता है. बहुत से लोग यह मानते हैं कि बहते पानी में चिकन धो देने से बैक्टीरिया हट जाएंगे, लेकिन यह सिर्फ एक भ्रम है. पानी बैक्टीरिया को खत्म नहीं करता है. इसके लिए उच्च तापमान की जरूरत होती है, जो सिर्फ पकाने से मिलता है. ऐसे में चिकन को धोने के बजाय सीधे पका लेना चाहिए. इससे बैक्टीरिया फैलने का रिस्क कम हो जाएगा.

अमेरिकन सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) ने भी कच्चे चिकन को न धोने की सलाह दी है. चिकन को सीधे पकाने से ही उसमें मौजूद बैक्टीरिया पूरी तरह खत्म हो जाते हैं. अगर चिकन को धोया जाता है, तो इससे संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ सकता है. खासकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के लिए कच्चा चिकन धोना बेहद नुकसानदेह हो सकता है. अगर आपको चिकन धोना ही है, तो आपको कई सावधानियां बरतनी होंगी. चिकन धोने के बाद सिंक को तुरंत गर्म पानी और साबुन से अच्छे से धोएं. चिकन धोने के बाद अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक साबुन से धोएं. उस सतह को सैनिटाइज करें, जहां चिकन रखा गया हो. कोशिश करें कि चिकन धोते समय पानी का छींटा इधर-उधर न जाए.

सिर्फ धोने से बचना ही नहीं, बल्कि कच्चे चिकन को अच्छी तरह पकाना भी जरूरी है. कच्चे चिकन को कम से कम 75°C या 165°F के तापमान पर पकाना जरूरी होता है, ताकि सभी बैक्टीरिया मर जाएं. पका हुआ चिकन अंदर से सफेद और रसहीन होना चाहिए, और उसमें कोई गुलाबी रंग नहीं होना चाहिए. अगर आपके पास थर्मामीटर है, तो उसका उपयोग चिकन का अंदरूनी तापमान नापने के लिए करें. चिकन पकाते समय यह सुनिश्चित करें कि वह पूरी तरह से पक गया है और कोई हिस्सा अधपका न रह जाए. अधपका चिकन भी सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है.

कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि कच्चे चिकन को धोना एक खतरनाक आदत है, जो आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है. यह न सिर्फ बैक्टीरिया को खत्म करने में असफल रहता है, बल्कि उन्हें आपके किचन में फैला देता है. बेहतर होगा कि चिकन को बिना धोए सीधा पकाएं और उसकी साफ-सफाई, हैंडलिंग व कुकिंग पर विशेष ध्यान दें. अगर आप इन सरल सावधानियों को अपनाते हैं, तो आप खुद को और अपने परिवार को कई बीमारियों से बचा सकते हैं.

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment