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Dragon Fruit Farming Subsidy: आजमगढ़ में किसान पारंपरिक खेती छोड़ व्यावसायिक खेती की ओर बढ़ रहे हैं. सरकार ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए प्रति हेक्टेयर ₹2.7 लाख का अनुदान दे रही है.

ड्रैगन फ्रूट
हाइलाइट्स
- ड्रैगन फ्रूट की खेती पर सरकार दे रही ₹2.7 लाख का अनुदान.
- किसान विभाग की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं.
- व्यावसायिक खेती से किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास.
आजमगढ़: समय के साथ कृषि के क्षेत्र में भी बदलाव आ रहा है. जहां एक समय पारंपरिक खेती ही किसानों की आय का मुख्य साधन थी, वहीं अब किसान व्यावसायिक खेती की ओर रुख कर रहे हैं. इस बदलाव को देखते हुए, सरकार ने किसानों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जो उन्हें न केवल पारंपरिक खेती से बाहर निकलने के लिए प्बढ़ावा दे रही हैं, बल्कि नए और बेहतर खेती के तरीके अपनाने में भी मदद करती हैं, ताकि वे अपनी आय बढ़ा सकें.
व्यावसायिक खेती की ओर बढ़ता किसान रुझान
व्यावसायिक खेती के लिए किसानों को नई तकनीकों और खेती के तरीकों को अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है. सब्जियों और फलों की बढ़ती डिमांड को देखते हुए किसान अब इन उत्पादों की खेती में हाथ आजमा रहे हैं, जो उन्हें अच्छी कमाई का मौका देते हैं. वहीं, सरकार की ओर से भी इस दिशा में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिससे किसान अपनी पैदावार को बढ़ा सकें और अच्छी आमदनी पा सकें.
ड्रैगन फ्रूट खेती पर खास ध्यान
कृषि क्षेत्र में एक नया बदलाव ड्रैगन फ्रूट की खेती में देखा जा रहा है. सरकार किसानों को ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए प्रोत्साहित कर रही है और उन्हें अनुदान भी दे रही है. उद्यान विभाग के अनुसार, ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए प्रति हेक्टेयर ₹2.7 लाख का अनुदान दिया जा रहा है, जिससे किसान इस खेती के व्यवसाय में कदम रख सकते हैं.
कैसे ले सकते हैं योजना का लाभ?
आजमगढ़ के जिला उद्यान अधिकारी हरिशंकर राम के अनुसार, ड्रैगन फ्रूट की खेती में करीब आठ लाख रुपए की लागत आती है, जिसमें से सरकार ₹2.7 लाख का अनुदान देती है. इच्छुक किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं या विभाग की सहायता से आवेदन भी कर सकते हैं.
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