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कई सितारों की कहानी कुछ इस कद्र है कि पढ़कर यकीन ही नहीं होता. जो सितारे कभी राज करते थे वह बुढ़ापे तक आते आते बेहसारा हो गए. इतने बुरे हाल कि बिजली नहीं, कोई गाड़ी नहीं. ये कहानी ऐसे एक्टर की है जिन्होंने 500 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. उनके बेटे भी फिल्मों में आए. आज भी वह काम कर रहे हैं.

ये कहानी है एक्टर मुराद की जिन्हें आपने मुगल-ए-आजम से लेकर कई बड़ी फिल्मों में देखा. उनके बेटे रजा मुराद हैं जो आज के समय में हिंदी सिनेमा के बड़े विलेन के रूप में जाने जाते हैं. हालिया इंटरव्यू में रजा मुराद ने बताया कि उनके पिता ने कैसे तंगी का समय देखा था. एक्टर मुराद ऐसे स्टार थे जिन्होंने 500 फिल्मों में काम किया था.

हॉलीवुड फिल्म में भी किया था काम

फोटो साभार@timelessindianmelodies

उन्होंने दो बीघा जमीन, मुगल-ए-आजम, अंदाज जैसी फिल्मों में काम किया. इतना ही नहीं, हॉलीवुड प्रोजेक्ट टार्जन गोज टू इंडिया में भी काम किया. मगर इसके बावजूद उन्होंने बहुत गरीबी देखी. ‘फिल्मी टॉक’ को दिए इंटरव्यू में रजा मुराद ने पिता को लेकर बातचीत की. उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने और उनके परिवार ने मुश्किल वक्त देखा है.

घर में नहीं थी बिजली तक

रजा मुराद ने बताया, ‘मैंने गरीबी देखी है. भोपाल के घर में बिजली नहीं हुआ करते थे. हम लैंप के नीचे अपनी पढ़ाई करते थे. मुझे अच्छे से याद है कि आधी रात हम अपनी पढ़ाई शुरू करते और सुबह 6 बजे तक पढ़ते थे.’ जब रजा मुराद से पूछा गया कि ऐसे कई सितारे हुए जिन्होंने खूब काम किया लेकिन बुढ़ापे में आते आते आर्थिक तंगी का सामना किया. तो उन्होंने इसके लिए कहा कि इस स्थिति के लिए वह खुद कहीं न कहीं जिम्मेदार थे. क्योंकि उन्होंने अच्छी प्लानिंग नहीं की.

मजबूरी में रहे किराए के घर में
रजा मुराद ने कहा, ‘हम जब पैसे कमाते हैं तो अपनी सेविंग और बुढ़ापे के बारे में सोचना चाहिए. सोचिए इस इंडस्ट्री में काम करने वाले क्रू मेंबर्स के पास भी घर है. क्योंकि सभी जानते हैं कि इनकम कभी भी बंद हो सकती है. ये कोई सरकारी नौकरी तो नहीं. आखिर आपको किसी के सामने भीख क्यों मांगनी चाहिए. मैं किसी का नाम नहीं लेता. लेकिन ऐसे कई सितारे हैं जिन्होंने खूब गोल्ड डेज देखे और पानी की तरह पैसा बहाया. मगर फिर मजबूरी में किराए के घर में रहना पड़ा. गाड़ी छोड़िए ऑटो से ट्रेवल करना पड़ा.’

खूब फेमस हुए लेकिन बुढ़ापे के लिए नहीं थे पैसे
इसके बाद रजा मुराद ने अपने पिता हामिद अली मुराद का उदाहरण दिया. उन्होंने कहा कि बहुत सारे सितारे ऐसे हुए जिन्होंने बचत करना नहीं सीखा. तभी तो 50-60 के दशक में ऐसे कई सितारे हुए जिन्होंने करियर में खूब सफलता देखी लेकिन बुढ़ापे में पाई पाई को मोहताज होना पड़ा. वजह ये थी कि उन्होंने भविष्य की कोई प्लानिंग ही नहीं की. ये दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन जीवन यही है कभी भी चक्का घूम सकता है.

नहीं थी कार तक
रजा मुराद ने कहा कि उन्होंने खुद ये सब देखा है. ‘मेरे पिता ने 500 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. लेकिन हमारे पास कभी कार नहीं थी. हम किराए के मकाम में रहते थे. इसलिए मैं जब काम करने लगा तो मैंने सबसे पहले घर खरीदा. हम सब चीजें अपने बड़ों से सीखते हैं. मैं यहां अपने पिता को नीचा नहीं दिखाना चाहता लेकिन ये कहना चाहता हूं कि उन्होंने जैसा जीना चाहते थे वैसा जीवन जीया.’

कौन थे रजा मुराद के पिता, बनाया था विश्व रिकॉर्ड
बता दें रजा मुराद के पिता हामिद अली मुराद, जिन्हें मुराद नाम से जाना जाता है. उन्होंने 500 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. उनके नाम विश्व रिकॉर्ड भी है कि वह 300 फिल्मों में जज की भूमिका निभाते नजर आए. उनकी पॉपुलर फिल्मों की बात करें तो वह आन, अंदाज, अनमोल घड़ी, दिलवाला, दो बीखा जमीन, मुगल-ए-आजम (दिलीप कुमार के साथ), नजमा से लेकर औलाद जैसी फिल्मों में नजर आए.

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