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बागेश्वर: उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में प्रकृति प्रेमियों और ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए कई बेहतरीन ट्रेक मौजूद हैं. इन्हीं में से एक पंकू टॉप ट्रेक है, जो अपने अलौकिक सौंदर्य, शांत वातावरण और हिमालय की अद्भुत चोटियों के नजारों के लिए प्रसिद्ध है. यदि आप वीकेंड में कहीं घूमने और ट्रेकिंग का मन बना रहे हैं तो पंकू टॉप आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन हो सकता है.
जानें पर्वतारोही ने क्या कहा
बागेश्वर के पर्वतारोही भुवन चौबे ने लोकल 18 को बताया कि पंकू टॉप पहुंचने के लिए सबसे पहले आपको बागेश्वर जिला मुख्यालय आना होगा. यहां से करीब 70 किलोमीटर की दूरी पर स्थित खाती गांव तक वाहन से यात्रा करनी होती है. खाती गांव ट्रेक का बेस पॉइंट है और यहीं से लगभग 8 किलोमीटर का पैदल सफर शुरू होता है. यह रास्ता घने जंगलों, बहते झरनों और पहाड़ी पगडंडियों से होकर गुजरता है, जो हर कदम पर प्रकृति की गोद में होने का एहसास कराता है.
बर्फीली चोटियों से घिरा है दृष्य
ट्रेक का अंतिम पड़ाव पंकू टॉप बुग्याल है. जो चारों ओर से बर्फीली चोटियों से घिरा है. यहां से नंदा देवी, नंदा कोट और त्रिशूल जैसी हिमालय की प्रसिद्ध चोटियों के मनमोहक दृश्य दिखाई देते हैं. बुग्याल की हरियाली और खुला आसमान एक अलग ही शांति प्रदान करता है. पंकू टॉप पर पहुंचने के बाद आप चाहें तो दिनभर की ट्रेकिंग कर लौट सकते हैं, या फिर यहां कैंपिंग का भी आनंद ले सकते हैं.
खुले आसमान के नीचे रातें गुजारते हैं पर्यटक
यहां कैंपिंग के लिए आपको वन विभाग से अनुमति लेनी होगी. जिसके बाद आप खुले आसमान के नीचे रात गुजार सकते हैं. यहां रात के समय खुलेइ आसमान में तारे देखना एक यादगार अनुभव होता है. खाती गांव में रुकने के लिए होमस्टे और पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस कीइ व्यवस्था भी है. जहां स्थानीय लोगों की मेहमाननवाजी का आनंद लिया जा सकता है.
स्वर्ग सा है यहां का नजारा
पंकू टॉप ट्रेक खासतौर पर उन लोगों के लिए आदर्श है, जो कम दूरी में एक बेहतरीन ट्रेकिंग अनुभव की तलाश में हैं. न ज्यादा कठिनाई, न ज्यादा समय बस 8 किलोमीटर की ट्रेकिंग और आप पहुंच जाएंगे उस जगह. जिसे देखकर आप कह उठेंगे, यह नजारा तो स्वर्ग से भी खूबसूरत है. ट्रेकिंग के दौरान पर्यावरण का ध्यान रखें. प्लास्टिक का उपयोग न करें और स्थानीय संस्कृति का सम्मान करें.
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