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डायबिटीज मरीज आलू को उबालकर ठंडा करें, सिरका मिलाएं, प्रोटीन और हेल्दी फैट के साथ खाएं, कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले आलू चुनें और छिलके सहित खाएं. इससे ब्लड शुगर नियंत्रित रहेगा.

आलू से नहीं बढ़ेगा शुगर.
हाइलाइट्स
- आलू को उबालकर ठंडा करें, रेसिस्टेंट स्टार्च बनेगा.
- आलू में सिरका मिलाएं, ब्लड शुगर नियंत्रित रहेगा.
- प्रोटीन और हेल्दी फैट के साथ आलू खाएं.
आलू एक ऐसा खाद्य पदार्थ है, जो हर घर की रसोई में आसानी से मिल जाता है. यह स्वादिष्ट होने के साथ-साथ कई तरह से बनाया जा सकता है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों या ब्लड शुगर को कंट्रोल करने वालों के लिए आलू खाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, क्योंकि यह ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा सकता है. लेकिन अच्छी खबर यह है कि कुछ आसान तरीकों से आप आलू को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं और इससे आपको अपने शुगर लेवल को लेकर डरना भी नहीं है. ये तरीका बहुत आसान है, जो आपके आलू को और भी पौष्टिक बना सकते हैं. आइए, जानते हैं उन पांच आसान तरीकों के बारे में, जो आलू को सेहतमंद और ब्लड शुगर के लिए सुरक्षित बनाते हैं.
पहला तरीका है आलू को उबालने के बाद ठंडा करना. जब आप आलू को उबालकर कुछ देर के लिए फ्रिज में रखते हैं, तो इसमें रेसिस्टेंट स्टार्च बनता है. यह स्टार्च शरीर में आसानी से पचता नहीं है, जिससे ब्लड शुगर में तेज उछाल नहीं आता. आप उबले और ठंडे आलू को सलाद में डालकर या हल्का गर्म करके खा सकते हैं.
दूसरा तरीका है आलू के साथ सिरका यानी विनेगर का इस्तेमाल करना. सिरके में मौजूद एसिटिक एसिड ब्लड शुगर और इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है. आप उबले आलू में 1-2 चम्मच सिरका मिलाकर खा सकते हैं, जैसे कि सलाद ड्रेसिंग के रूप में. तीसरा तरीका है आलू को प्रोटीन और हेल्दी फैट के साथ खाना.
अगर आप आलू के साथ दही, पनीर या उबले अंडे जैसी चीजें मिलाते हैं, तो यह ब्लड शुगर को बढ़ने से रोकता है, क्योंकि प्रोटीन और फैट पाचन को धीमा करते हैं. चौथा तरीका है कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले आलू चुनना. कुछ आलू, जैसे छोटे या लाल आलू, का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो ब्लड शुगर को कम प्रभावित करते हैं. आखिरी तरीका है आलू को छिलके सहित खाना. आलू के छिलके में फाइबर और रेसिस्टेंट स्टार्च होता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है और ब्लड शुगर को स्थिर रखता है.
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