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1. अजवाइन‑काला नमक‑नींबू मिश्रण
1. अजवाइन में मौजूद थाइमोल गैस बनने से रोकता है और पेट में फंसी हवा को बाहर निकालने में मदद करता है.
2. कालानमक पेट की अम्लता घटाते‑घटाते भारीपन भी कम कर देता है.
3. नींबू पाचक रस बढ़ाता है, जिससे खाना जल्दी टूटता है और गैस इकठ्ठा नहीं होती.
1. एक छोटा चम्मच अजवाइन को धीमी आंच पर हल्का भून लें.
2. आंच से उतारकर आधा छोटा चम्मच काला नमक मिलाएं.
3. ऊपर से आधा नींबू निचोड़ें और सारी सामग्री मिला दें.
4. यह मिश्रण गुनगुने पानी के साथ खाएं.
कब और कितना लें?
दिन में एक या दो बार,खासकर भारी भोजन के बाद. इससे पेट हल्का महसूस होगा, भूख संतुलित रहेगी और मेटाबॉलिज्म भी सुधरेगा.
क्यों असरदार है?
1. हींग में एंटी‑फ्लैटुलेंट गुण हैं,जो पेट की ऐंठन कम करते हैं और गैस बाहर निकालते हैं.
2. सौंफ पेट को ठंडक देती है, जलन घटाती है और पाचन सुधारती है.
कैसे तैयार करें?
1. एक कप पानी उबालने रखें.
2. उबाल आते ही उसमें एक चुटकी हींग और एक छोटा चम्मच सौंफ डालें.
3. आंच मध्यम रखें और तीन‑पाँच मिनट तक खौलाएं.
4. गैस बंद कर दें, मिश्रण को छानें और हल्का गरम रहते ही पी लें.
रात को खाना पचाने में दिक्कत हो तो सोने से पहले एक कप काढ़ा पीना बेहतरीन रहता है. पेट दर्द, गैस और ब्लोटिंग तीनों में आराम मिलेगा,साथ ही अगली सुबह पेट भी ठीक से साफ होगा.
अतिरिक्त सुझाव
1. फाइबर से भरपूर भोजन अपनाएं जैसे दलिया, फल, हरी सब्ज़ियाँ.
2. पानी कम से कम दो‑ढाई लीटर पिएं, यह पाचक रसों को सक्रिय रखता है.
3. लंबा समय एक ही मुद्रा में न बैठें; हर घंटे पांच मिनट टहलना पाचन के लिए फायदेमंद है.
4. भोजन चबा‑चबाकर खाएं; जल्दबाज़ी से निगला गया खाना गैस पैदा करता है.
ध्यान रखें
दवाइयों का सहारा लेने से पहले रसोई के इन दो देसी नुस्खों को आज़माकर देखें. अजवाइन‑काला नमक‑नींबू मिश्रण गैस को तुरंत बाहर निकालने में मदद करता है, जबकि हींग‑सौंफ काढ़ा पेट को आराम देकर पाचन को मजबूत बनाता है. नियमित तौर पर इन्हें शामिल करने से गैस, संबंधी परेशानी कम हो जाती है. हां, अगर दर्द लगातार बना रहे या अन्य लक्षण दिखें, तो डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर रहता है. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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