Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Last Updated:

Butter Reduce Heart Attack: नए अध्ययन में बताया गया है कि मख्खन से हार्ट डिजीज के जोखिम का खतरा गलत है बल्कि इससे हार्ट डिजीज का जोखिम कम होता है.

मख्खन से नहीं होती है दिल की बीमारी, रोजाना 5 ग्राम से हार्ट डिजीज का खतरा टलेगा, डायबिटीज पर भी ब्रेक

बटर खाने के फायदे.

हाइलाइट्स

  • मक्खन से दिल की बीमारी का खतरा कम होता है.
  • रोजाना 5 ग्राम मक्खन खाने से डायबिटीज का खतरा कम होता है.
  • मार्जरीन खाने से दिल की बीमारी का खतरा बढ़ता है.

आमतौर पर यही माना जाता है कि डेयरी प्रोडक्ट से बना फैट या मख्खन, बटर हार्ट के लिए नुकसानदेह होता है लेकिन बॉस्टन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में इस विचार को सिरे से खारिज कर दिया है. उन्होंने अपने अध्ययन में पाया है कि रोजाना 5 ग्राम तक शुद्ध मख्खन खाने से दिल और मजबूत ही होता है, साथ ही यह डायबिटीज के जोखिम को भी कम कर देता है. अध्ययन में पाया गया कि 5 ग्राम मक्खन खाने से टाइप 2 डायबिटीज का खतरा एक तिहाई तक कम हो सकता है. यह बीमारी दिल की समस्याओं का एक मुख्य कारण है.अध्ययन में मक्खन खाने से शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा और खतरनाक वसा का स्तर कम हुआ. बैड कोलेस्ट्रॉल धमनियों को बंद करती है जिससे दिल का दौरा या स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. अमेरिका की बॉस्टन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की यह खोज पिछले कई वर्षों की उस रिसर्च के विपरीत है जिसमें कहा गया था कि मक्खन जैसे सैचुरेटेड फैट्स दिल की गंभीर बीमारी का कारण बनते हैं.

मार्जरीन का उल्टा असर
1960 के दशक में पहली बार ऐसे अध्ययन सामने आए जिनमें यह बताया गया था कि डेयरी फैट से भरपूर खानपान से हृदय रोग के खतरे को बढ़ाता है. इसके बाद डेयरी प्रोडक्ट के विकल्प के रूप में मार्जरीन आई लेकिन इसने उल्टा असर दिखाया और इससे डायबिटीज का खतरा 40 प्रतिशत से अधिक और दिल की बीमारी का खतरा 30 प्रतिशत तक बढ़ गया. उस समय वैज्ञानिकों ने पश्चिमी देशों की भोजन शैली और तेजी से बढ़ती दिल की बीमारियों के बीच संबंध की जांच की थी.अध्ययनों के बाद से डॉक्टरों ने डेयरी प्रोडक्ट से मिलने वाली वसा के सेवन को कम करने की सलाह दी थी ताकि दिल को नुकसान से बचाया जा सके. लेकिन हाल के अध्ययनों ने मक्खन और बंद धमनियों के बीच के संबंध पर सवाल उठाया है और यह पाया है कि मक्खन में कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो दिल के लिए फायदेमंद हो सकते हैं.

मख्खन खाने वालों को फायदा
बॉस्टन यूनिवर्सिटी की टीम ने 30 साल से अधिक उम्र के लगभग 2,500 पुरुषों और महिलाओं का कई दशकों तक अध्ययन किया जिसमें उन्होंने यह ये देखा कि वे क्या खाते हैं और उनमें से कितने लोगों को डायबिटीज या दिल की बीमारी हुई. यूरोपियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रीशन में प्रकाशित नतीजों के अनुसार जो लोग रोज 5 ग्राम या उससे अधिक मक्खन खाते थे उनमें टाइप 2 डायबिटीज होने की आशंका 31 प्रतिशत कम थी. यह बीमारी आमतौर पर गलत खानपान और खराब जीवनशैली के कारण होती है.वहीं, जो लोग मार्जरीन खाते थे उनमें दिल की बीमारी का खतरा अधिक पाया गया.
हेल्दी भोजन में क्या-क्या होना चाहिए

  • हर दिन कम से कम 5 तरह के फल और सब्जियां खाएं. ताजे, जमे हुए, सूखे या डिब्बाबंद फल और सब्जियां कुछ भी खा सकते हैं.
  • भोजन को आलू, ब्रेड, चावल, पास्ता या अन्य स्टार्चयुक्त अनाजों पर आधारित रखें. हो सके तो साबुत अनाज का प्रयोग ज्यादा करें.
  • रोज कम से कम 30 ग्राम फाइबर लें. इसे आप 5 हिस्से फल और सब्जियां, 2 साबुत अनाज , 2 मोटे स्लाइस साबुत गेहूं की ब्रेड और छिलके सहित एक बड़ा बेक किया हुआ आलू से पूरा कर सकते हैं.
  • भोजन में डेयरी या उसके विकल्प (जैसे सोया पेय) शामिल करें और इनमें कम वसा और कम चीनी वाले विकल्प को चुनें.
  • रोज दाल, मछली, अंडे, मांस और अन्य प्रोटीन युक्त भोजन करें. हर हफ्ते 2 बार मछली खाना चाहिए. मछलियों में तेल वाली मछली ज्यादा फायदेमंद है.
  • वसा वाली चीजें कम से कम खाएं. रोजाना 6 से 8 गिलास पानी पिएं. रोजाना 6 ग्राम से कम नमक और महिलाओं को 20 ग्राम तथा पुरुषों को 30 ग्राम से कम सैचुरेटेड फैट लेना चाहिए.
  • authorimg

    LAKSHMI NARAYAN

    Excelled with colors in media industry, enriched more than 16 years of professional experience. Lakshmi Narayan contributed to all genres viz print, television and digital media. he professed his contribution i…और पढ़ें

    Excelled with colors in media industry, enriched more than 16 years of professional experience. Lakshmi Narayan contributed to all genres viz print, television and digital media. he professed his contribution i… और पढ़ें

    homelifestyle

    मख्खन से नहीं होती है दिल की बीमारी, 5 ग्राम से हार्ट डिजीज का खतरा टलेगा

    [ad_2]

    Source link

    Author

    Write A Comment