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दिल्ली में नकली नो एंट्री परमिशन के मामले में दिलीप कुमार, राजेश कुमार, तुषार और सोनू कुमार मिश्रा को गिरफ्तार किया गया. एफआईआर दर्ज कर जांच जारी है. पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है.

दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने किया बड़े खेल का खुलासा. (एआई इमेज)
हाइलाइट्स
- दिल्ली में नकली नो एंट्री परमिट मामले में चार गिरफ्तार.
- पुलिस ने धोखाधड़ी और जालसाजी के तहत एफआईआर दर्ज की.
- नकली परमिट रैकेट की जड़ तक पहुंचने की कोशिश जारी.
Delhi Crime News: राजधानी की सड़कों पर मनमाने तरीके से गाड़ी दौड़े और कोई भी उसका चालान न कर पाए, बाजार में कुछ लोगों ने ऐसा जुगाड़ खोज निकाला. वहीं, जब दिल्ली ट्रैफिक पुलिस को इस जुगाड़ के बारे में पता चला तो वह भी हैरान रह गई. दरअसल, 15 मई 2025 की रात करीब नौ बजे का समय था, आईटीओ चौक पर सब-इंस्पेक्टर रितुल और कांस्टेबल फूल कंवर अपनी ड्यूटी निभा रहे थे. तभी बहादुर शाह जफर मार्ग से डीडीयू मार्ग की ओर एक कमर्शियल व्हीकल तेजी से बढ़ता दिखा.
चूंकि समय था नो एंट्री का और यह गाड़ी नियम तोड़ रही थी. लिहाजा, एसआई रितुल ने तुरंत गाड़ी को रोका. वाहन के शीशे पर नो एंट्री परमिट” (NEP) चिपका था. ई-चालान मशीन से जांच की गई तो रिकॉर्ड में ऐसा कोई परमिट दर्ज नहीं था. डीसीपी ट्रैफिक मुख्यालय से वैरिफिकेशन कराया गया और परमिट नकली निकला. ड्राइवर दिलीप कुमार उर्फ राहुल से पूछताछ शुरू हुई. पूछताछ में पता चला कि वह उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के बंथल कुटकपुर गांव का रहने वाला है. उसने कबूला कि गाड़ी के मालिक ने आजादपुर मंडी से किसी अज्ञात व्यक्ति से यह परमिट खरीदा था.
जांच आगे बढ़ी. दिलीप ने गाड़ी के मालिक के भाई राजेश कुमार को फोन किया, जिसने बताया कि उसने तुषार उर्फ विनीत नाम के व्यक्ति से यह परमिट लिया था. पुलिस ने तुषार को पकड़ा और उसने खुलासा किया कि परमिट उसे बुरारी के इंद्रप्रस्थ कॉलोनी में साइबर कैफे चलाने वाले सोनू कुमार मिश्रा से मिला था. पुलिस ने सोनू और राजेश को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में आईपी एस्टेट थाने में एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें धोखाधड़ी, जालसाजी और मोटर व्हीकल एक्ट की धाराएं लगाई गईं.
पहले भी हुआ ऐसा खेल
यह कोई नई बात नहीं थी. ठीक एक दिन पहले 14 मई 2025 को आईटीओ चौक पर ही एक और वाहन को नो एंट्री समय में नकली परमिट के साथ पकड़ा गया था. इस मामले में एफआईआर दर्ज हुई. जांच में पता चला कि मुज्जमिल उर्फ सलमान ने फैजुद्दीन नाम के व्यक्ति से नकली परमिट खरीदा था. सलमान को गिरफ्तार कर लिया गया. डीसीपी ट्रैफिक (सेंट्रल रेंज) हुकमा राम के अनुसार, हम नियम तोड़ने वालों और जालसाजी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे. दोनों मामलों में पुलिस अब इस नकली परमिट रैकेट की जड़ तक पहुंचने की कोशिश कर रही है.

Anoop Kumar Mishra is associated with News18 Digital for the last 3 years and is working on the post of Assistant Editor. He writes on Health, aviation and Defence sector. He also covers development related to …और पढ़ें
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