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महाराजगंज के सीमावर्ती क्षेत्र नौतनवा में गुरुकुल शिक्षा प्रणाली के माध्यम से वैदिक शिक्षा प्रदान की जा रही है. इसके बारे में गुरुकुल के प्रधानाचार्य ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया, कि इस गुरुकुल में छात्र…और पढ़ें

गुरुकुल
हाइलाइट्स
- महराजगंज में वैदिक शिक्षा दी जा रही है
- गुरुकुल में संस्कृत और वेदों का अध्ययन होता है
- आधुनिक शिक्षा के साथ सामाजिक विकास पर जोर
महराजगंज: आज के आधुनिक समय में शिक्षा व्यवस्था दिन प्रतिदिन बदल रही है और जरूरत के मुताबिक इसमें परिवर्तन भी किए जा रहे हैं. इसके साथ ही बहुत से स्थान ऐसे भी हैं जहां हमारी पुरानी गुरुकुल शिक्षा प्रणाली को फिर से जीवंत करने के उद्देश्य से कार्य किया जा रहा है. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के सीमावर्ती क्षेत्र नौतनवा में गुरुकुल शिक्षा प्रणाली के माध्यम से वैदिक शिक्षा प्रदान की जा रही है.
आपको बता दें, सनातन धर्म में शुरू से ही वैदिक शिक्षा का विशेष स्थान रहा है और ऋषि मुनियों के समय से ही इस शिक्षा प्रणाली के माध्यम से शिक्षा दी जा रहा था. गुरुकुल शिक्षा प्रणाली की बात करें तो इसमें न सिर्फ शिक्षा से संबंधित ज्ञान प्रदान किया जाता है बल्कि विद्यार्थियों को जीवन को अच्छे तरीके से जीने की कला, सामाजिक आचरण, नैतिकता और संस्कार भी सिखाया जाता है.
शैक्षिक विकास के साथ होता है सामाजिक विकास
जिले के नौतनवा क्षेत्र में संचालित यह गुरुकुल वैदिक शिक्षा के क्षेत्र में एक सकारात्मक पहल है. इस गुरुकुल के प्रधानाचार्य ने लोकल 18 से बातचीत के दौरान बताया, कि इस गुरुकुल में छात्रों को वैदिक मंत्र, संस्कृत भाषा का ज्ञान, वेदों के अध्ययन और इसके साथ-साथ आधुनिक शिक्षा के बारे में भी जानकारी दी जाती है. इस गुरुकुल का उद्देश्य विद्यार्थियों के शैक्षिक विकास के साथ-साथ उनका सामाजिक विकास और संस्कारों का विकास भी करना है. जिससे हमारी पुरानी गुरुकुल व्यवस्था स्थापित हो सके. गुरुकुल शिक्षा प्रणाली से आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ आध्यात्मिक सोच भी विकसित होती है. जिससे बच्चों का भविष्य तैयार होता है.
गुरुकुल शिक्षा प्रणाली है एक आंदोलन
जिले के नौतनवा में स्थित इस वैदिक गुरुकुल में फिलहाल छात्रों की संख्या कम है. छात्रों की संख्या को बढ़ाने के लिए समिति द्वारा प्रयास किया जा रहा है. जिससे बच्चों का गुरुकुल शिक्षा प्रणाली के प्रति रुझान बढ़े. आज के समय में गुरुकुल शिक्षा सिर्फ शिक्षा का एक केंद्र नहीं बल्कि आंदोलन भी है. इसका उद्देश्य विद्यार्थियों को शिक्षा देने के साथ-साथ जीवन में एक अच्छा इंसान बनाना भी है. हमारी पुरानी संस्कृति और शैक्षिक प्रणाली गुरुकुल की रही है. इस गुरुकुल को लेकर क्षेत्र में एक सकारात्मक माहौल है और यह शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम भी माना जा रहा है.
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