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मोचा मूस (Mocha mousse) की इन दिनों खूब चर्चा हो रही है. अमेरिका की कंपनी पैनटोन (pantone) ने इसे 2025 के लिए ‘कलर ऑफ द ईयर’ चुना है. यह हल्का भूरा रंग होता है, लेकिन मोचा मूस रंग की बजाय एक डेजर्ट है. यह रंग कई लोगों को खूब पसंद आता है. अधिकतर लोग इस रंग को पहनते नहीं हैं. नए साल पर अब जब यह रंग हॉट कलर बन गया है तो वॉर्डरोब का भी हिस्सा बनेगा. यह रंग किस पर जंचता है, किसे नहीं पहनना चाहिए और इससे कैसे फैशनेबल और ग्लैमरस दिख सकते हैं, इसके बारे में जानें यहां.
कैसे चुना जाता है साल का रंग
अमेरिका का पैनटोन कलर इंस्टिट्यूट एक ऐसी संस्था है जो ब्रांडिंग, मार्केटिंग और क्रिएटिव सोसाइटी का विश्लेषण करती है और उस रंग की पहचान की जाती है जो सोसाइटी पर गहरा असर छोड़े. साल का रंग फैशन, आर्ट, डिजाइन, टेक्नोलॉजी, सोशल मीडिया, फिल्म, कार के कलर, हर चीज में ट्रेंड करता है. शायद इसलिए माइक्रोमैक्स ने मोचा मूस कलर का मोबाइल लॉन्च किया है. 2023 में विवा मजेंटा कलर यानी बार्बी पिंक को चुना गया था और 2024 में पीच फज को साल का रंग चुना गया. 2025 के लिए मोचा मूस कलर को सिलेक्ट किया गया है जो सिल्की लाइट ब्राउन कलर है. यह रंग लग्जरी और इच्छाओं से जोड़ा जाता है.
मोचा मूस एक डेजर्ट है
मोचा मूस एक डेजर्ट है, जो युवाओं के बीच काफी पॉपुलर है. यह एक लग्जरी डेजर्ट है, जो दिखने में केक जैसी लगती है. इसे दूध, चॉकलेट, कॉफी, शुगर, वेनिला, विपिंग क्रीम और चॉकलेट चिप्स से बनाया जाता है. चॉकलेट और कॉफी फ्लेवर की यह डेजर्ट सिल्की लाइट ब्राउन दिखती है जिसे देखकर हर किसी का मन ललचाता है. इसे पेस्ट्री के अलावा पैनकेक, क्रैकर्स और वाइट ब्रेड के बीच रखकर सैंडविच की तरह खाया जा सकता है. इसके अलावा मोचा कुकीज, मोचा मफिन्स, मोचा ब्राउनी, मोचा ओट्स, मोचा आइस्क्रीम और मोचा चीजकेक भी लोग एंजॉय करते हैं.
मूसा मूस लग्जरी का रंग है लेकिन जमीन से जुड़ा हुआ है (Image-Canva)
इन रंगों के साथ मिक्स एक मैच करें
हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रद्धा कपूर आबू धाबी में एक ईवेंट में पहुंचीं. उनकी ड्रेस का रंग मोचा मूस ही था. उन्होंने डार्क ब्राउन के साथ मोचा मूस को पेयर किया. दरअसल, मोचा मूस एक अर्थी शेड है, जिसे न्यूट्रल और वाइब्रेंट यानी चटक रंगों के साथ मैच करके पहना जा सकता है. इस रंग को ब्लैक, येलो, पर्पल, लाइट ग्रे, ग्रीन, क्रीम, रेड,डार्क ब्लू, चारकोल ग्रे, ऑरेंज, पिंक जैसी शेड्स के साथ पहना जा सकता है. जब रंगों में कॉन्ट्रास्ट हो तो पर्सनैलिटी निखरकर दिखती है.
ऐसे करें स्टाइलिंग
फैशन स्टाइलिस्ट अदिति कपूर कहती हैं कि मोचा मूस कलर वार्म अंडरटोन स्किन, लाइट टैन और ऑलिव स्किन पर अच्छा लगता है. जिन लोगों की कलाई की नसें हरे रंग की नजर आती हैं, वह वॉर्म अंडरटोन स्किन कहलाती है. ऐसी स्किन के लोगों पर मोचा मूस शेड का मैनीक्योर-पेडीक्योर और हेयर कलर सुंदर दिखता है. वहीं कपड़ों के चुनाव को लेकर थोड़ा सतर्क रहना चाहिए. अगर अपर बॉडी पार्ट पर मोचा मूस कलर की टॉप पहनने का सोच रहे हैं तो वो अंडर स्किन टोन का ध्यान रखें लेकिन अगर लोअर बॉडी पार्ट पर इस रंग को पहन रहे हैं तो स्किन कलर से खास फर्क नहीं पड़ता. क्योंकि टॉप पर पहना गया रंग चेहरे पर रिफ्लेक्ट होता है. सर्दियों के मौसम में इस रंग की जैकेट, ओवरकोट, स्टॉल, कार्डिगन और वन पीस ड्रेस पहनी जा सकती है.
एक्सेसरीज पर करें फोकस
मोचा मूस कलर को पहन रहे हैं तो इसे एक्सेसरी में इस्तेमाल ना करें और अगर नहीं पहन रहे तो इस रंग का हैंड बैग, बेल्ट या शूज पहन सकते हैं. एक्सेसरी में यह कलर अच्छा लगता है. इस कलर के साथ गोल्डन कलर के हूप ईयररिंग्स, ब्रेसलेट और हल्की चेन को पेयर करें. मोचा मूस कलर के आउटफिट पर हमेशा न्यूड मेकअप करना चाहिए.
इस रंग को कामकाजी लोगों से जोड़ा गया है (Image-Canva)
मोचा मूस रंग से पुराना नाता
मोचा मूस रंग काले और नारंगी का कॉम्बिनेशन है. इतिहास के पन्नों में यह साल 1000 में दर्ज हो गया था लेकिन इसे भूरा रंग ही कहा जाता था. ब्राउन कलर को हमेशा से कॉफी से जोड़ा गया लेकिन करीब 18 हजार साल पहले दीवारों पर बनाई गई पेंटिंग इसी रंग की पाई गईं. फ्रांस की लेसकॉज गुफा में मोचा मूस रंग में एक घोड़े की पेंटिंग मिली जो करीब 17300 साल पहले की है. प्राचीन मिस्र की एक गुंबद में एक महिला का चित्र इस रंग में मिला. प्राचीन यूनान और रोम में भी इसी रंग की इंक का इस्तेमाल हुआ जिसे सीपिया कहा गया. लियोनार्डो दा विंची की तस्वीर भी इसी रंग से बनाई गई.
गरीबों का रंग माना जाता था
मध्य युग में भले ही लोग मोचा मूस शब्द नहीं जानते थे लेकिन भूरा रंग गरीबी का प्रतीक था. फ्रांसिस्कन समुदाय के भिक्षु इस रंग को पहना करते थे. यह गरीबी के साथ विनम्रता का रंग भी माना जाता था. ब्राउन के साथ ग्रे कलर भी गरीब लोगों को दिखाता था. अमीर लोग चटक रंग पहनते थे. तब समाज में कपड़ों के रंग से सोशल स्टेटस का अंदाजा लगाया जाता था. 17 वीं शताब्दी में इस रंग का खूब इस्तेमाल होने लगा और आज यह रंग लग्जरी से जुड़ गया है.
Tags: Digital world, New fashions, Trending news
FIRST PUBLISHED : December 10, 2024, 19:39 IST
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