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अंदरूनी अंगों के खराब होने पर शरीर में कुछ सिम्पटम नजर आने लगते हैं. यदि आपको इन सिम्पटम्स और उनसे जुड़ी अंगों की जानकारी रहती है, तो बिना देर किए किसी भी अनुभवी चिकित्सक से सलाह लेकर उपचार की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है.

हमारा शरीर अपने अंदर चल रही हर एक बदलाव की जानकारी देता है. जरूरत है तो सिर्फ उसे समझने की. शरीर में सूजन, थकान और कमजोरी कुछ ऐसे लक्षण हैं, जो आपके अंदरूनी अंगों के बीमार पड़ने की चेतावनी देते हैं, लेकिन जानकारी के आभाव में हम उसे समझ नहीं पाते हैं.

करीब 40 वर्षों के अनुभव के साथ बेतिया के आयुर्वेदाचार्य भुवनेश पांडे ने शरीर के अंदरूनी अंगों द्वारा दी जा रही चेतावनी को समझने की कुछ बेहद ही सटीक जानकारी साझा की है. उनकी मानें तो, पेशाब में अधिक झाग आना, बार-बार पेशाब आना, पेशाब की मात्रा में बेहद अधिक बदलाव आना इत्यादि कुछ ऐसे लक्षण हैं, जो किडनी में गड़बड़ी के संकेत देते हैं.

इतना ही नहीं, यदि आपकी टांगों, टखनों, पैर, चेहरे और आंखों के आसपास सूजन दिखने लगते हैं, तो समझ लीजिए कि आपकी किडनी में कुछ गड़बड़ी चल रही है. ध्यान रहे कि इसके साथ आपको सांस फूलने, भूख कम लगने, ब्लड प्रेशर के बढ़ने और शरीर में हल्की खुजली जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं, तो ये सीधे तौर पर आपकी किडनी में आ रही खराबी का इशारा है.

वजन बढ़ना या बेहद कम हो जाना, पेट में गैस का बने रहना, हर वक्त एसिडिटी जैसी समस्या, हद से ज्यादा डकार आना, अच्छी तरह पेट साफ न होना इत्यादि कुछ ऐसे सिम्पटम हैं, जो आपकी आंत के बिगड़ते स्वास्थ्य की तरफ इशारा करते हैं. इतना ही नहीं, यदि आपको बार बार खाने की इच्छा हो रही है और तनाव महसूस हो रहा है, तो ये भी आंत में आ रही गड़बड़ी के सिम्पटम को सकते हैं.

भुवनेश बताते हैं कि हालांकि, बताए गए सिम्पटम को जानकर उसके उपचार के लिए काम करना अच्छी बात है, लेकिन बेहतर होगा कि आप इन सिम्पटम्स को महसूस करने के बाद किसी अच्छे और अनुभवी चिकित्सक से संपर्क जरूर करें.ऐसे मामलों में खुद से उपचार करना बहुत बड़ी समस्या को पैदा कर सकता है.
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