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Agricultural News: यूपी के मिर्जापुर में बारिश कम होने से धान की खेती मुश्किल है. किसानों को दलहनी, तिलहनी और मोटा अनाज की खेती करने की सलाह दी जा रही है. सरकार एमएसपी पर खरीद करेगी.

तस्वीर
हाइलाइट्स
- मिर्जापुर में धान की जगह दलहनी, तिलहनी और मोटा अनाज उगाने की सलाह.
- सरकार एमएसपी पर दलहनी, तिलहनी और मोटा अनाज खरीदेगी.
- अरहर, ज्वार, बाजरा, मक्का और रागी की खेती के लिए प्रोत्साहन.
मिर्जापुर: विंध्यक्षेत्र में बारिश कम होने और सिंचाई की समस्या होने की वजह से धान की खेती नहीं हो पाती है. ऐसे में किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. विंध्यक्षेत्र के किसान धान की जगह दलहनी-तिलहनी या मोटा अनाज की खेती कर सकते हैं. जहां कम पानी और सिंचाई में फसलों में बंपर पैदावार होती है. सरकार की ओर से एमएसपी पर खरीद की जाएगी. मिर्जापुर और सोनभद्र में बारिश पर खेती आश्रित रहती है. ऐसे में दलहनी और तिलहनी के साथ मोटा अनाज की खेती किसानों के लिए सबसे उपयुक्त है.
उप निदेशक कृषि विकेश सिंह पटेल ने लोकल 18 से बताया कि मिर्जापुर की भगौलिक स्थिति ऐसी है कि कुछ जगहों पर पानी रहता है और कुछ जगहों पर पानी की समस्या है. पानी की समस्या सबसे अधिक लालगंज, पटेहरा और हलिया क्षेत्र में है. यहां पर बारिश या नहरों से ही फसलों की सिंचाई होती है. इन क्षेत्रों में अरहर की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. दलहनी के साथ ही तिलहनी की फसलों की खेती के लिए किसानों को टिप्स दिए जा रहे हैं.
मोटा अनाज की कर सकते है खेती
कृषि अधिकारी ने बताया कि ज्वार, बाजरा, मक्का और रागी आदि मोटा आनाज की खेती के लिए कृषि विभाग प्रयासरत है. पिछले साल की अपेक्षा इस बार मोटा अनाज का रकबा ज्यादा करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है. मोटा अनाज की बिक्री के लिए भी किसानों को परेशान नहीं होना पड़ेगा. सरकार की ओर से क्रय केंद्र बनाकर सरकारी दर पर खरीद की जाएगी. साथ ही बताया कि मोटे अनाज में अरहर की खेती किसानों के लिए काफी फायदेमंद है.
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