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Vaibhav Suryavanshi News:समस्तीपुर के 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए 38 गेंदों पर 101 रन बनाए. उनके कोच बृजेश झा ने बताया कि वैभव की मेहनत और लगन ने उसे यह मुकाम दिलाय…और पढ़ें

कोच ने दी जानकारी
हाइलाइट्स
- वैभव सूर्यवंशी ने 38 गेंदों पर 101 रन बनाए.
- वैभव के कोच ने कहा, शतक बनाना उसकी आदत है.
- वैभव ने आईपीएल में सबसे कम उम्र में शतक जमाया.
समस्तीपुर. जिले के ताजपुर गांव के 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल के मंच पर जो इतिहास रचा है, उसने पूरे बिहार और देश भर में क्रिकेट प्रेमियों को गर्व से भर दिया है. राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए वैभव ने गुजरात के खिलाफ सवाई मानसिंह स्टेडियम में 38 गेंदों पर 101 रनों की धमाकेदार पारी खेली. इस पारी में उनके बल्लेबाजी का अंदाज, खासकर उनका पहला ही गेंद पर छक्का मारना, दर्शकों के दिलों में छा गया. वैभव की इस सफलता ने उन्हें न सिर्फ क्रिकेट जगत का उभरता सितारा बना दिया है, बल्कि समस्तीपुर जिले के ताजपुर गांव को भी मानचित्र पर खास पहचान दिलाई है.गांव से लेकर शहर तक, लोग उनकी चर्चा करते नहीं थक रहे हैं.
वैभव की शुरुआत और कोच की भूमिका
वैभव सूर्यवंशी ने महज 6 साल की उम्र में समस्तीपुर के पटेल मैदान में प्रैक्टिस शुरू की थी. उनके शुरुआती कोच बृजेश झा बताते हैं कि वैभव शुरू से ही अलग था. ‘जब वो 5-6 साल का था, तभी मेरे पास आया और प्रैक्टिस शुरू की. उसकी लगन और मेहनत देखकर ही समझ में आ गया था कि यह बच्चा आगे जाकर कुछ बड़ा करेगा.’ कोच ने बताया कि वैभव ने अंडर-14, अंडर-16 स्तर पर भी कई रिकॉर्ड बनाए हैं और एक ही सीजन में 40 शतक लगाने का कारनामा कर चुका है.
‘सेंचुरी तो आदत में है’
लोकल 18 से विशेष बातचीत में कोच बृजेश झा ने कहा, वैभव के लिए शतक बनाना कोई नई बात नहीं है, ये उसकी आदत में शामिल हो गया है. उसने अपनी मेहनत से यह मुकाम हासिल किया है. राजस्थान रॉयल्स के साथ 4 महीने की कड़ी मेहनत ने उसे और मैच्योर बना दिया है. अब वो सीनियर खिलाड़ियों के साथ खेलकर लगातार सीख रहा है और अपने खेल को निखार रहा है.
पहली गेंद पर छक्का… तभी समझ गए थे कि कुछ बड़ा होगा
कोच ने कहा, आईपीएल में उसका पहला शॉट ही छक्का था. वहीं से लगा कि बच्चा पूरी तैयारी के साथ उतरा है. उसकी बल्लेबाजी देखकर कोई भी समझ सकता है कि यह केवल प्रतिभा नहीं, बल्कि सालों की मेहनत का नतीजा है.
टीवी से नहीं हटीं नजरें
जब कोच से पूछा गया कि जब वैभव खेल रहा था, तो क्या आप टीवी पर नजर गड़ाए हुए थे, उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, यह तो स्वाभाविक है. हम उसके पहले गुरु हैं, उसकी हर एक बॉल पर हमारी नजर थी.हम ही नहीं, पूरे देश के खेल प्रेमी उसकी बल्लेबाजी देख रहे थे. उन्होंने कहा कि वैभव सूर्यवंशी ने एक ही पारी में न सिर्फ सबसे कम उम्र में आईपीएल शतक जमाने का रिकॉर्ड बनाया, बल्कि वह सबसे कम उम्र में सबसे अधिक कीमत पर बिकने वाला खिलाड़ी भी बना.
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