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इस्लाम में हज एक महत्वपूर्ण और पुण्य से भरा इबादत है. साल 2025 में हज करने के लिए कुछ विशेष नियम और व्यवस्थाएं सऊदी अरब सरकार और संबंधित हज कमेटियों द्वारा जारी की गई हैं.

आप भी जाना चाहते हैँ हज यात्रा पर तो जान ले ये नियम
अलीगढ़: इस्लाम में हज एक महत्वपूर्ण और पुण्य से भरा इबादत है, जो हर साहिब-ए-हैसियत (सामर्थ्य रखने वाले) मुसलमान पर ज़िन्दगी में एक बार फर्ज़ है. हज करना अल्लाह के करीब पहुंचने का जरिया है और यह इंसान के गुनाहों की माफी का ज़रिया भी बनता है. 2025 में हज करने के लिए कुछ विशेष नियम और व्यवस्थाएं सऊदी अरब सरकार और संबंधित हज कमेटियों द्वारा जारी की गई हैं. इनमें वीज़ा प्रक्रिया, स्वास्थ्य जांच, वैक्सीनेशन, डिजिटल बुकिंग प्रणाली और हज पैकेज की कीमतों से संबंधित दिशा-निर्देश शामिल हैं.
क्या हैं नए नियम
जानकारी देते हुए हज कमेटी के महासचिव मोहम्मद मोइन खान ने बताया कि इस बार सरकार निर्देशनुसार हज कमेटी ने कुछ नियमों में बदलाव किया है. वैसे तो नियम वही पुराने हैं, लेकिन जो नए बदलाव हुए है उनमे ये नियम हैं जैसे कि पहले हज के लिए 12 साल से छोटे बच्चों को साथ ले जाया करते थे अब उसके लिए पाबंदी कर दी गई है. अब 12 साल से कम उम्र छोटे बच्चे हज पर नहीं जा सकते हैं.
साथ ही आपको बता दें कि इसमें दूसरे नियम में बदलाव यह किया गया है कि जो लोग 65 साल से ऊपर के हैं और हज यात्रा पर जा रहे हैं, तो ऐसे लोगों के साथ में 18 से 22 साल के आसपास के किसी युवा को साथ ले जाना जरूरी होगा जिससे कि उनको हज यात्रा के दौरान मदद मिल सके.
महिलाएं अकेली भी कर सकेंगी हज यात्रा
मोहम्मद मोइन खान बताते हैं कि और इस बार हज यात्रा के नियमों में बदलाव में यह भी शामिल किया गया है कि जो मेहरम यानी कि महिलाएं अकेली हज करना जानना चाहती थी वह भी जा सकती है. इस बात को खास प्रायोरिटी दी जा रही है. ऐसी महिलाओं की उम्र 40 से ऊपर होनी चाहिए. हज यात्रा के लिए भारत से पहली फ्लाइट 30 अप्रैल 2025 को दिल्ली से रवाना होगी. इस बार पूरे उत्तर प्रदेश से 15,513 हाजियों का कोटा है और अलीगढ़ से 301 हाजियों का कोटा है. इसमें पुरुष महिला व युवा सब शामिल हैं.
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