[ad_1]
Last Updated:
Unique Liquor Smuggling News: गुजरात के गिर-सोमनाथ पुलिस ने हाल ही में इंडिया पोस्ट का उपयोग करके शराब की तस्करी के एक अनोखे प्रयास का भंडाफोड़ किया. पुलिस ने एक पोस्टमास्टर को अरेस्ट किया है जो एक डाक बैग में …और पढ़ें

शराब तस्कर पोस्टमास्टर अरेस्ट हुआ.
हाइलाइट्स
- तस्करों ने शराब की तस्करी के लिए डाक सेवा का इस्तेमाल किया.
- तस्करों ने सोचा कि वे दीव-गुजरात चेकपोस्ट पर पुलिस की नजरों से बच जाएंगे.
- पुलिस ने पोस्टमास्टर के बैग से कई शराब ब्रांडों की 19 बोतलें पकड़ीं.
राजकोट. बिहार और गुजरात दोनों ही राज्या में शराब की बिक्री पर पूरी तरह से पाबंदी है. इसके चलते यहां तस्कर शराब को डिलीवरी के लिए नए-नए आइडिया खोज निकालते हैं. लेकिन इस बार गुजरात के शराब तस्कर ने जो तरीका निकाला है उसमें बिहार के तस्करी के मामले कुछ भी नहीं हैं. गुजरात में आम तौर पर नाव और एम्बुलेंस से लेकर घने जंगलों में रेट्रोफिटेड कारों तक में शराब तस्करी के कई मामले सामने आए हैं. पर इस बार गुजरात के शराब तस्करों ने जो अनोखा तरीका चुना उससे तो पुलिस भी सन्न रह गई. हाल ही में, गिर सोमनाथ पुलिस ने तस्करों द्वारा भारतीय डाक सेवाओं का उपयोग करके दीव से शराब लाने वाले एक गैंग को पकड़ा है. तस्करों ने सोचा था कि वे दीव-गुजरात चेकपोस्ट पर पुलिस की नजरों से बच जाएंगे, लेकिन वे कानून के हाथों में फंस गए.
दीव, जो एक सुंदर समुद्र तटीय केंद्र शासित प्रदेश है गुजरातियों के लिए शराब पीने का पसंदीदा स्थान है. उना शहर की पुलिस, जो दीव से सिर्फ 15 किलोमीटर दूर है ने एक व्यक्ति को पकड़ा है जो डेलवाड़ा से एक डाक बैग लेकर आ रहा था. जब पुलिस ने संदिग्ध पोस्टमास्टर नयन जेठवा को रोका तो उसके पास दो पार्सल थे जिन पर आधिकारिक डाक टिकट लगी हुई है. जब पुलिस ने बैग खोला, तो उन्हें विभिन्न शराब ब्रांडों की 19 बोतलें मिलीं.
कैसे करता था सप्लाई?
पूछताछ के दौरान, जेठवा ने स्वीकार किया कि उसने दीव के बार से शराब की बोतलें खरीदीं और उन्हें अपने दोस्त मयूर गोहिल दीव के पोस्टमास्टर को सौंप दिया. गोहिल ने बोतलों वाले बैग पर डाक टिकट लगाकर और उन्हें आधिकारिक इंडिया पोस्ट वाहनों में लोड करके इस ऑपरेशन को सुगम बनाया ताकि ध्यान न खींचा जा सके.
कैसे पकड़ में आया?
उना पुलिस स्टेशन के निरीक्षक एमएन राणा ने कहा कि हमने इस क्राइम में शामिल पोस्टमास्टर को हिरासत में लिया है. उसने पार्सल पर डाक टिकट लगाए और फिर इस बैग को डाक विभाग के वाहन में लोड किया और ड्राइवर ने सोचा कि यह डाक विभाग का एक सामान्य पार्सल है. गोहिल के निर्देशों का पालन करते हुए जेठवा ने शनिवार को डेलवाड़ा रोड पर विद्यानगर में डाक वैन से पार्सल एकत्र किया. हालांकि, पुलिस को इस तरीके के बारे में विशेष मानव खुफिया जानकारी मिली और उन्होंने उसे उस समय रोका जब वह इन शराब की बोतलों को गुजरात में ले जा रहा था.
[ad_2]
Source link