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Reasons for suicide: आज के समय में आत्महत्या के मामले बहुत तेजी बढ़ रहे हैं, जिसको लेकर प्रशासन बहुत ही सतर्क है. वहीं इसके कारणों पर विशेषज्ञों ने चिंता जताई है. साथ ही सदर आस्पताल में इसको लेकर हेल्पलाइन नंबर…और पढ़ें

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अकेलापन, चुप्पी और बदलता व्यवहार…! आत्महत्या करने वाले पहले ही दे देते हैं ये संकेत, तुरंत लें काउंसलर की मदद

जानकारी देते साइकाइट्रिक्स 

हाइलाइट्स

  • आत्महत्या के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है.
  • सदर अस्पताल में नि:शुल्क काउंसलर की सुविधा उपलब्ध है.
  • मानसिक तनाव के लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 और 1800 8914416 है.

आत्महत्या के कारण. मानसिक तनाव और असफलता के कारण लगातार आत्महत्या के मामले बढ़ते जा रहे हैं. हर रोज अखबारों में किसी न किसी इलाके में किसी के द्वारा आत्महत्या करने की खबरें सामने आते रहती है. कोडरमा में भी रविवार को एक लड़की ने अपने मामा के घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. फिलहाल आत्महत्या के कारणों का पुलिस जांच कर रही है. जिले में बढ़ते आत्महत्या के मामले पर सदर अस्पताल कोडरमा के साइकाइट्रिक सिद्धांत ओहदर ने बढ़ते आत्महत्या के कई कारण और इसके समाधान पर विस्तृत जानकारी दी है.

आत्महत्या के कई कारण
उन्होंने बताया कि अलग-अलग आयु वर्ग में आत्महत्या के अलग-अलग कारण सामने आते हैं. स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों पर शैक्षणिक दबाव, करियर में असफलता एवं व्यक्तिगत कारण भी सामने आते हैं. जबकि पारिवारिक मामले में छोटी-मोटी लड़ाई, शराब का सेवन, अकेलापन समेत कई मामले सामने आते हैं. उन्होंने बताया कि इन समस्याओं से बाहर आने के लिए सदर अस्पताल में काउंसलर की नियुक्ति की गई है, जिसके लिए स्कूल कॉलेज में पढ़ने वाले, पारिवारिक समस्या से गुजर रहे, नशा मुक्ति के लिए प्रयासरत समेत अन्य प्रकार के मानसिक तनाव से गुजर रहे लोगों के लिए अलग-अलग विशेषज्ञ काउंसलर की सुविधा लोगों को नि:शुल्क मिल रही है.

आत्महत्या से पहले चेतावनी वाले संकेत
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत सदर अस्पताल में मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित नि:शुल्क सहायता के लिए काउंसलर की व्यवस्था की गई है. आमतौर पर आत्महत्या के प्रारंभिक संकेत जो सामने आते हैं. उसमें किसी कार्य में निराशा या लाचारी की भावना, लापरवाह व्यवहार में वृद्धि, सामाजिक मेलजोल और रुचि की कमी, खुद के देखभाल की अपेक्षा करना, प्रेरणा और ऊर्जा की कमी, अधिक चिड़चिड़ापन, अत्यधिक भावुक होना, मृत्यु के बारे में बातचीत करना, नशीली पदार्थ का अधिक सेवन करना आदि शामिल है.

लोगों से बढ़ाएं मेलजोल 
उन्होंने बताया कि लोगों से मेलजोल कम रखना, शारीरिक खेलकूद की जगह मोबाइल गेम का अधिक इस्तेमाल करना भी अकेलापन और मानसिक तनाव को बढ़ाता है. उन्होंने बताया कि जब भी किसी अभिभावक को अपने बच्चों के व्यवहार में असामान्य व्यवहार दिखते हैं तो उन्हें काउंसलर की सहायता लेनी चाहिए. बच्चों को पूरा समय देना चाहिए और उनकी परेशानी को जानने का प्रयास करना चाहिए. मानसिक तनाव में काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 और 1800 8914416 पर संपर्क कर काउंसलर की सहायता घर बैठे भी ले जा सकती है.

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अकेलापन, चुप्पी और बदलता व्यवहार…! आत्महत्या करने वाले पहले देते हैं संकेत

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Local-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.

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