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एक स्टार ऐसे हैं जो अब सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर काम करने को मजबूर हो गए हैं. उन्होंने करियर में अजित कुमार, अक्षय कुमार से लेकर अजय देवगन संग काम किया है. चलिए बताते हैं इस एक्टर के बारे में.

सिनेमा एक जादुई जाल है. कुछ इस जादू में सक्सेस की ओर बढ़ते हैं तो कुछ इस जाल में ही फंसकर रह जाते हैं. मायानगरी में हर किसी को फेम मिल जाए ये कहां मुमकिन होता है. लीड एक्टर हो या सपोर्टिंग एक्टर, कोई भी इससे अछूता नहीं है. यह एक ऐसे ही अभिनेता का है जिन्होंने साउथ से लेकर बॉलीवुड में काम किया. मगर किस्मत ने ऐसे मोड़ पर लाकर खड़ा किया कि वह आज 12 घंटे चौकीदारी का काम कर रहे हैं.

ये कोई और नहीं बल्कि अक्षय कुमार से लेकर अजित के साथ काम कर चुके एक्टर सावी सिद्धू हैं. अजित के साथ सिद्धू ने फिल्म ‘आरंभम’ में काम किया था तो अक्षय कुमार के साथ पटियाला हाउस में काम किया था. मगर आज उनके पास काम नहीं है. वह ऐसे हाल से गुजर रहे हैं कि सिक्योरिटी गार्ड का काम कर गुजारा कर रहे हैं.

वैसे तो सावी सिद्धू गृहनगर लखनऊ है. मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखने की चाहत में वे चंडीगढ़ चले गए. हालांकि, वे अपने गृहनगर लखनऊ लौट आए और वकालत की पढ़ाई की. पढ़ाई के दौरान, उन्होंने अपनी एक्टिंग स्किल सीखी और आखिरकार तय किया कि वह एक्टर बनेंगे. बस ये चाह उन्हें मुंबई ले आई.

सावी सिद्धू ने 1995 में आई फिल्म धर्मेंद्र-शत्रुघ्न सिन्हा की ‘ताकत’ से बॉलीवुड में कदम रखा था. हालांकि ये उनकी पहली फिल्म नहीं थी. बल्कि पहली फिल्म तो बनने से पहले ही बंद हो गई. दरअसल निर्देशक अनुराग कश्यप सावी के अभिनय से प्रभावित हुए थे और उन्होंने उन्हें अपनी फिल्म ‘पांच’ में में काम किया था. लेकिन किस्मत इतनी खराब कि ये फिल्म कभी रिलीज ही नहीं हो पाई.

बाद में फिल्म ‘ब्लैक फ्राइडे’ (2007) में उन्होंने कमिश्नर ए.एस. और फिल्म ‘गुलाल’ (2009) में सामरा और दिलीप के बड़े भाई का किरदार निभाया.अनुराग कश्यप की फ़िल्मों के साथ-साथ, सावी सिद्धू ने अक्षय कुमार ने पटियाला हाउस (2011), डी-डे (2013), नौटंकी चाला! जैसी फिल्मों में अभिनय किया है.

सावी सिद्धू ने 2013 में अजित की विष्णुवर्धन निर्देशित फिल्म ‘आरंभम’ में एक आतंकवादी समूह के सदस्य की भूमिका निभाई थी. उन्होंने ‘मस्का’ (2020) जैसी में आखिरी बार काम किया. इसके बाद उन्हें कोई फइल्म नहीं मिली. धीरे धीरे काम के साथ साथ उनकी आर्थिक हालत भी बिगड़ती गईं.

फिल्म ‘बेवकूफियां’ के बाद, सावी सिद्धू के फिल्मी अवसर धीरे-धीरे कम होने लगे. 2019 में, वह लोखंडवाला की एक रिहायशी इमारत में चौकीदार का काम कर रहे थे. तब उन्होंने रोते हुए कहा कि उन्होंने बहुत कम समय में अपनी पत्नी, माता-पिता और सास को खो दिया था और वह जिंदगी में अकेले पड़ गए थे.

सावी सिद्धू पर एक साथ चारों तरफ से परेशानियां आ गईं. एक तरफ कामकाज नहीं, फिर किस्मत ने परिवार छीन लिया. ऐसे में उन्होंने न आव देखा न ताव देखा और अपने दम पर काम करना फिर शुरू कर दिया. उन्होंने बताया कि वह दिन में 12 घंटे काम करते हैं.

उन्होंने अफसोस जाहिर किया कि जो कभी अभिनेता थे, उनके पास अब बस का टिकट खरीदने के भी पैसे नहीं हैं और उन्हें याद भी नहीं कि कितने दिन हो गए जब उन्होंने थिएटर जाकर फिल्म देखी थी. हालांकि जब सावी सिद्धू ने चौकीदार का काम शुरू किया तो इंडस्ट्री भी हैरान थी. तब राजकुमार राव, अनुराग कश्यप से लेकर मीका सिंह ने मदद मुहैया की थी.
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