Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

नई दिल्ली. अडानी ग्रुप (Adani Group) अगले 3-4 साल में खुदरा निवेशकों से 30,000 से 40,000 करोड़ रुपये जुटाएगा. इसका मकसद फंड के सोर्स को डायवर्सिफाई करना और रिस्क घटाना है. मामले से वाकिफ सूत्रों ने यह जानकारी दी. अडानी ग्रुप की लीडिंग कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने 400 करोड़ करुपये का पहला नॉन-कन्वर्बिटल डिबेंचर यानी एनसीडी (NCDs) लॉन्च किया है. एनसीडी की अवधि 2 से 5 साल तक है और इनकी प्रभावी सालाना यील्ड 9.25 फीसदी से 9.90 फीसदी है. यह रिटर्न बैंकों की ओर से एफडी पर दिए जाने रिटर्न से ज्यादा है. यह एनसीडी पहले ही दिन पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया. यह इश्यू 17 सितंबर को बंद हो जाएगा.

एक सूत्र ने नाम जाहिर नहीं किए जाने की शर्त पर बताया, ‘ ग्रुप की योजना दूसरे एंटीजीज के लिए भी ऐसे ही पब्लिक इश्यू (NCDs) लॉन्च करने की है. इससे ग्रुप को अपने कर्ज को सिर्फ बैंक आधारित से इतर अन्य तरीके से डायवर्सिफाई करने में मदद मिलेगी. फिलहाल ग्रुप के अधिकांश लोन सरकारी और प्राइवेट बैंकों के पास हैं.’

फाइनेंशियल संस्थानों से कुल 88,100 करोड़ रुपये का लोन
अडानी ग्रुप की हालिया कॉरपोरेट फाइलिंग के मुताबिक, ग्रुप की अलग-अलग एंटीटीज ने बैंक और फाइनेंशियल संस्थानों से कुल 88,100 करोड़ रुपये का लोन ले रखा है. यह लोन लॉन्ग टर्म और वर्किंग कैपिटल की कैटेगरी में है. ग्रुप के लोन का यह आंकड़ा 31 मार्च 2024 तक का है. अडानी एंटप्राइजेज ग्रुप के नए बिजनेस के लिए इनक्यूबेटर के तौर पर भी काम करता है.

शॉर्ट-टर्म बॉरोइंग बढ़कर 4,897 करोड़ रुपये पर पहुंची
हालिया इनवेस्टर प्रेजेंटेशन के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी की लॉन्ग-टर्म बॉरोइंग 32,590 करोड़ रुपये से बढ़कर 43,718 करोड़ रुपये हो गई. इसी तरह शॉर्ट-टर्म बॉरोइंग 4,244 करोड़ रुपये से बढ़कर 4,897 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. वित्त वर्ष 2022-23 में कंपनी का कुल कर्ज 38,320 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 50,124 करोड़ रुपये हो गया. बहरहाल, कंपनी का कैश, बैंक बैलेंस और मौजूदा निवेश 5,539 करोड़ रुपये से बढ़कर 8,523 करोड़ रुपये हो गया.

(डिस्क्लेमर: निवेश करने से पहले सर्टिफाइड इन्वेस्टमेंट एडवाइजर से सलाह जरूर लें.)

Tags: Adani Group, Bank FD, FD Rates, Fixed deposits, Gautam Adani

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment