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UP News: शहजाद के संपर्क में रहे दो युवकों और एक महिला से भी पूछताछ की जाएगी. इन तीनों पर आरोप है कि इन्होंने शहजाद की मदद से पाकिस्तान की यात्रा की थी.

पाकिस्तानी एजेंटों पर शिकंजा.
हाइलाइट्स
- शहजाद को 10 दिन की कस्टडी रिमांड मिली.
- शहजाद के संपर्क में रहे तीन लोगों से पूछताछ होगी.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए शहजाद को 10 दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया है. मुरादाबाद से गिरफ्तार शहजाद से अब कड़ी पूछताछ की जाएगी, ताकि उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य संदिग्धों और पाकिस्तान कनेक्शन को उजागर किया जा सके.
शहजाद के संपर्क में रहे दो युवकों और एक महिला से भी पूछताछ की जाएगी. इन तीनों पर आरोप है कि इन्होंने शहजाद की मदद से पाकिस्तान की यात्रा की थी, जिससे संदेह और गहराता है कि ये सभी किसी बड़े साजिश का हिस्सा हो सकते हैं. इसके साथ ही शहजाद के बैंक खातों की भी जांच की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि उसे कहां-कहां से फंडिंग हो रही थी.
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इस केस में एटीएस ने नई दिल्ली से मोहम्मद हारून और वाराणसी से तुफैल को भी गिरफ्तार किया था. दोनों को सात दिन की कस्टडी रिमांड पर लिया गया है. हारून पर पाकिस्तान उच्चायोग में कार्यरत मुजम्मल हुसैन के संपर्क में रहने और उसे विभिन्न बैंक खाते उपलब्ध कराने का गंभीर आरोप है. माना जा रहा है कि हारून ने भारत में आईएसआई नेटवर्क को मजबूत करने के लिए फर्जी दस्तावेजों पर सिम कार्ड और बैंक खाता खोलने में अहम भूमिका निभाई है.
पूछताछ के दौरान यह भी सामने आया है कि फर्जी नाम और पते पर सिम कार्ड हासिल कर इन्हें आईएसआई एजेंटों तक पहुंचाने वाले कुछ अन्य लोग भी इस नेटवर्क का हिस्सा हैं. एटीएस अब इस पूरे मॉड्यूल की कड़ियों को जोड़ने में जुटी है, ताकि पाकिस्तान से संचालित इस जासूसी नेटवर्क का पूरी तरह से भंडाफोड़ किया जा सके. यह मामला न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है, बल्कि इससे यह भी स्पष्ट होता है कि आईएसआई किस तरह भारतीय युवाओं को अपने जाल में फंसाकर देश के खिलाफ इस्तेमाल कर रही है.
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