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Amit Shah on Akhilesh yadav : वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने विपक्षी नेताओं पर निशाना साधा और अखिलेश यादव के साथ मजाकिया पल साझा किया. शाह की चुटीली टिप्पणी पर सदन में ठहाके लगे और माहौल खुशनुमा हो गया.

संसद में अमित शाह ने क्या कहा कि अखिलेश टोपी और हेडफोन पकड़ लिए?
हाइलाइट्स
- अमित शाह की चुटकी पर सदन में ठहाके लगे.
- अखिलेश यादव हंसते हुए टोपी और ईयरफोन संभालने लगे.
- वक्फ बिल पर चर्चा के दौरान माहौल खुशनुमा हो गया.
Waqf Bill : लोकसभा में बुधवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर चर्चा के दौरान देश के गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी एक-एक नेताओं की बोलती बंद कर दी. वक्फ बिल का विरोध करने वालों को शाह ने निशाने पर लिया. अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, बिहार के पूर्व सीएम और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव को तो लपेटे में लिया ही, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को भी नहीं बख्शा. अमित शाह के भाषण में एक क्षण ऐसा भी आय़ा जब गर्म माहौल में सांसदों के चेहरे पर मुस्कुराहट आ गई. तकरीबन सभी सांसद हंसी नहीं रोक पाए. दरअसल, अमित शाह ने ऐसी बात बोल दी कि अखिलेश यादव भी खूब चहकने लगे. यादव के चेहरा भी अचानक खिलखिला गया. गुपचुप की बात करने वाले अखिलेश हंसते-हंसते अपना ईयर फोन और टोपी भी संभालने के लिए उठ गए. हालांकि, कुछ सांसदों ने इस माहौल में हंसी छुपाई रखी.
दरअसल, अमित शाह और अखिलेश यादव के बीच बुधवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर बहस के बीच एक रोचक और हल्का-फुल्का क्षण देखने को मिला. इस क्षण ने पूरे सदन को खुशनुमा बना दिया. अमित शाह के भाषण के बीच अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि जो पार्टी खुद को दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहती है, वह अभी तक अपना राष्ट्रीय अध्यक्ष नहीं चुन पाई. अखिलेश का इशारा बीजेपी अध्यक्ष पद के चयन में देरी की ओर था.
अमित शाह की किस बात पर संसद में लगे ठहाके?
इसके जवाब में अमित शाह भी हंसते हुए खड़े हुए और पलटवार किया. शाह ने कहा, ‘अखिलेश जी ने तो हंसते-हंसते कहा है, तो मैं भी हंसते-हंसते जवाब देता हूं. हमारे सामने जो पार्टियां हैं, ये लोग तो परिवार के पांच लोगों में से ही अध्यक्ष चुन लेते हैं. हमें 12-13 करोड़ सदस्यों में से लोकतांत्रिक प्रक्रिया के बाद चुनना पड़ता है.अखिलेश जी इसलिए समय लगता है. मैं कह देता हूं आप 25 साल तक अध्यक्ष हो जाओ नहीं बदल सकता.’ शाह की इस चुटीली टिप्पणी पर जोरदार ठहाके लगे. अखिलेश भी 25 साल अध्यक्ष रहने की बात पर हाथ जोड़ लिए. फिर वह टोपी संभालते हुए खड़े हुए औऱ फिर बैठ गए. इससे पूरा सदन ठहाकों से गूंज गया औऱ लोग खूब हंसे.
अखिलेश ने ली पहले चुटकी
दरअसल, अखिलेश यादव ने सदन में अमित शाह की मौजूदगी में कहा, ‘अध्यक्ष महोदय जो बात निकल कर आई है उसको मैं भी आगे बढ़ा दूं. जो सोशल मीडिया और अन्य जगहों पर गुपचुप-गुपचुप हो रही है. जो यात्रा हुई है वो कहीं 75 वर्ष से एक्सटेंशन वाली यात्रा तो नहीं थी?’ अखिलेश यादव की इसी बात पर अमित शाह ने उनको जवाब दिया.
इस चर्चा में अमित शाह ने उन सांसदों की दिमाग की बत्ती जला दिया, जो इस बिल का विरोध कर रहे थे. शाह ने विपक्षी सांसदों को को ललकारते हुए अपनी बात रखी. लेकिन, सपा सुप्रीमो अखिलश यादव और असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेताओं ने ताली बजाने के बजाए शाह के भाषण का उपहास उड़ाया. कुलमिलाकर बुधवार का दिन संसदीय इतिहास में मोदी सरकार के एक बड़े कारनामे के तौर पर याद रखा जाएगा.
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