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अयोध्या: रामनगरी में साल के पहले दिन यानी की 1 जनवरी को बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचेंगे. जिसको लेकर अयोध्या में अभी से ही तैयारी शुरू हो गई है और रामलला के दर्शन अवधि में नए वर्ष से बदलाव भी किया जाएगा. क्योंकि महाकुंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के अयोध्या आने की उम्मीद है यह अनुमान लगाया जा रहा है कि करोड़ों लोग रामनगरी में पहुंचेंगे और रामलला के दर्शन पूजन करेंगे. ऐसे में अयोध्या और राम मंदिर प्रशासन दोनों ने अलग-अलग तैयारी की है.
नगर निगम अयोध्या ने श्रद्धालुओं की सुविधा को लेकर मुख्यमंत्री के निर्देश पर तैयारियां शुरू कर दी हैं, तो वहीं राम जन्मभूमि परिसर में भी अब पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधा उपलब्ध कराए जाने के लिए तैयारी पूरी कर ली गयी हैं. राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्रा की मानें तो राम जन्मभूमि परिसर के यात्री सुविधा केंद्र में 2000 लोगों के बैठने का इंतजाम किया गया है. रामलला के परिसर में पहुंचने पर चार पंक्तियों में आसानी से दर्शन की व्यवस्था की गई है. डॉक्टर अनिल मिश्रा ने कहा कि रामलला का दर्शन सुगमता से होंगे. इस तरह की तैयारी की गई है कि अगर 3 लाख लोग राम जन्मभूमि में रामलला के दर्शन को पहुंचे तो एक व्यक्ति को मात्र 40 मिनट का समय लगेगा और सुगमता से रामलला के दर्शन होंगे. नए साल और महाकुंभ को लेकर राम मंदिर परिसर में तैयारी चल रही हैं.
वहीं अयोध्या नगर निगम के महापौर गिरीशपति त्रिपाठी ने कहा कि हमने मास्टर प्लान बना रखा है. हम बेहतर सुविधा देने का प्रयास कर रहे हैं. गिरीशपति त्रिपाठी ने बताया कि 1 जनवरी को अयोध्या में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे. इसके साथ ही महाकुंभ के दौरान करोड़ों लोगों के अयोध्या पहुंचने का अनुमान है. ऐसे में हमने पर्याप्त व्यवस्था की है. रैन बसेरे, पेयजल और टेंटसिटी के साथ स्वच्छता और प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था है. हमने खास तैयारी की है. हम हर विशेष दिन बढ़ने वाली श्रद्धालुओं की भीड़ को लेकर तैयार हैं.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्रा ने बताया कि 22 जनवरी से अयोध्या में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. सात लाइनों में लगकर श्रद्धालु राम मंदिर में दर्शन पूजन कर रहे हैं. श्रद्धालुओं के लिए राम मंदिर ट्रस्ट ने यात्री सुविधा केंद्र का निर्माण किया है. जहां श्रद्धालु व्हीलचेयर ले सकते हैं. बैठने की व्यवस्था है. जल पीने की व्यवस्था है. लाइन में लगकर जब श्रद्धालु दर्शन करते हैं तो उस दौरान भी बैठने की व्यवस्था है. चिकित्सा की सुविधा है. सुरक्षा मानकों को पूरा करने के बाद श्रद्धालु चार पंक्तियों में दर्शन को जाएंगे. राम मंदिर ट्रस्ट ने ऐसी रूपरेखा तैयार की है कि प्रतिदिन तीन लाख दर्शनार्थ मात्र 40 से 45 मिनट में दर्शन पूजन कर सकते हैं. साथ ही दर्शन करने के बाद निकासी मार्ग पर प्रसाद की भी व्यवस्था है. ऐसे में तीन लाख श्रद्धालु अगर 1 दिन में दर्शन करें तो उन्हें कोई असुविधा नहीं होगी . साथ ही नव वर्ष और महाकुंभ को देखते हुए 1 घंटे दर्शन अवधि को भी बढ़ाए जाने का विचार किया जा रहा है.
FIRST PUBLISHED : December 26, 2024, 13:07 IST
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