[ad_1]
Last Updated:
Ayodhya Ram Mandir News: अयोध्या राम मंदिर में प्रभु राम के अलावा राम दरबार और मंदिर परिसर में बन रहे लगभग सभी मठ व मंदिरों में एक साथ तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह 3 जून से 5 जून तक होगा. भवन निर्माण समिति…और पढ़ें

राम मंदिर
हाइलाइट्स
- अयोध्या राम मंदिर में 3 से 5 जून तक प्राण प्रतिष्ठा समारोह होगा!
- 5 जून को राम दरबार की स्थापना होगी!
- राम भक्त 5 जून के बाद राम दरबार के दर्शन कर सकेंगे!
अयोध्या: अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी साल 2024 को हुई थी. रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान पूरे देश में एक भक्तिमय वातावरण बन गया था. देश के हर कोने में सिया राम जय राम की गूंज सुनाई दे रही थी. अब एक बार फिर 22 जनवरी साल 2024 की तरह ही राम मंदिर में आयोजन होने जा रहा है. दरअसल राम मंदिर में प्रभु राम के अलावा राम दरबार और मंदिर परिसर में बन रहे लगभग सभी मठ व मंदिरों में एक साथ तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा समारोह होगा . यह प्राण प्रतिष्ठा समारोह 3 जून 2025 से शुरू होकर 5 जून 2025 तक चलेगा. 5 जून को राम मंदिर के प्रथम तल पर राम दरबार की स्थापना होगी, तो परकोटे में बनाए जा रहे सभी 6 मंदिरों में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. इसके अलावा सप्त मंदिर की भी प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी. उसके बाद राम भक्त इन मंदिरों में भी दर्शन कर सकेंगे.
भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष ने दी जानकारी
भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया, कि राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा मंदिर परिसर में बनने वाले लगभग 13 मंदिरों की प्राण प्रतिष्ठा की रूपरेखा तैयार कर ली गई है, जबकि शेष कार्यों की तैयारियां तेजी से जारी हैं. इसी क्रम में मंदिर से संबंधित विभिन्न बैठकों का दौर भी लगातार चल रहा है. हाल ही में अयोध्या में हुई राम मंदिर भवन निर्माण समिति की बैठक में भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं. इस बैठक के दौरान 3 जून से 5 जून 2025 तक प्रस्तावित प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा भी तैयार की गई.
आगे भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष निपेंद्र मिश्रा ने बताया कि 5 जून के बाद राम भक्त राम दरबार के भी दर्शन कर सकेंगे. इस बात की जानकारी राम मंदिर ट्रस्ट जल्द ही राम भक्तों को देगा
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
[ad_2]
Source link