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अलीगढ़: वैसे तो उत्तरप्रदेश का अलीगढ़ जिला अपने ताले के लिए पूरे भारत में प्रसिद्ध है, लेकिन यहां के खाने का टेस्ट भी किसी से कम नहीं है. यहां कई ऐसी चीजें मिलती हैं, जिनका एक बार आपने स्वाद ले लिया तो बस भूल नहीं पाएंगे आप. दरअसल यहां स्थित एक दुकान का पराठा काफी मशहूर है. यह दुकान शहर के सरसौल चौराहे से आगे सूतमिल के सामने स्थित है. प्रेम सिंह के यहां 14  तरह के पराठे बनाए जाते हैं, जिनका स्वाद बेहद लाजवाब होता है.

शुद्ध देसी घी से निर्मित आलू, प्याज, मूली, पनीर व मेवा से निर्मित इन पराठों को हरी चटनी, रायता व दही के साथ परोसा जाता है. इससे इनका स्वाद दोगुना बढ़ जाता है. प्रेम सिंह के यहां मिलने वाले पराठों का स्वाद ऐसा है, जिसे बार-बार खाने को मन करता रहता है और इसीलिए लोग शहर के किसी भी कोने पर क्यों ना रहते हों, लेकिन यहां पराठा खाने जरूर पहुंचते हैं.

कैसे हुई इस दुकान की शुरुआत
स्वादिष्ट पराठा बनाने वाले प्रेम सिंह जिला बुलंदशहर से अलीगढ़ नौकरी के लिए आए थे. जब प्रेम सिंह का मन नौकरी में नहीं लगा, तो उन्होंने निर्णय किया, कि उनको पराठे बेचने का काम करना चाहिए. 1980 में प्रेम सिंह ने पराठे बनाना शुरू किया. उस समय पराठे की कीमत सवा रुपये होती थी, लेकिन धीरे-धीरे पराठा लोगों के मुंह लग गया, जिसके बाद प्रेमी पराठे वाले फेमस हो गए.

कल्याण सिंह भी इनकी दुकान पर पहुंचे
आपको बता दें, इनके पराठे का स्वाद ऐसा है, कि मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह भी इनके पराठे को खाने के दुकान पर आ पहुंचे. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह का पूरा परिवार प्रेम सिंह के पराठों का दीवाना हो गया. उनके परिवार के अलावा कई दिग्गज हस्तियां भी उनके यहां पराठे का स्वाद चखने आती रहती हैं. इसके बाद प्रेम सिंह उर्फ प्रेमी पराठे वाले ने पराठे के रेट 300 से ₹400 तक कर दिए. प्रत्येक दिन पराठे के साथ तीन तरह की अलग-अलग सब्जियां दी जाती हैं. साथ ही रायता और खीर को पराठे के साथ मुफ्त में दिया जाता है. जिस वजह से इस पराठे में चार चांद लग जाते हैं.

दुकानदार प्रेम सिंह ने दी जानकारी
जानकारी देते हुए प्रेम सिंह उर्फ प्रेमी पराठे वाले ने बताया, कि यह पराठे की दुकान 1980 में शुरू हुई थी. शुरुआत के दिनों में तखत पर लगाकर पराठे बनाए जाते थे. इसके बाद फिर लकड़ी का खोखा और लोहे का खोखा बनाया. फिर यहां सूत मिल चौराहे पर खुद की जगह लेकर पक्की दुकान बनाई. इस बात को तकरीबन 22 साल हो चुके हैं. हमारे यहां 14 तरह के पराठे तैयार किए जाते हैं, जो लोगों को बेहद पसंद आते हैं. वह जिला बुलंदशहर के गांव तलवार का रहने वाले हैं. उनके परिवार में सभी लोग सरकारी नौकरी पर हैं, एक उन्हें छोड़कर.

प्रेम सिंह उर्फ प्रेमी पराठे वाले आगे बताते हैं, कि पराठे में इस्तेमाल होने वाले मसाले घर पर तैयार होते हैं. इस वजह से लोगों को पराठे पसंद आते हैं. हमारे यहां जिस तवे पर पराठे बनाए जाते हैं ,उस तवे का वजन 1 क्विंटल 40 किलो है. साथ ही हमारे यहां यह ऑफर भी चलता है कि अगर कोई इस तवे को ऊपर उठा ले तो, उसके लिए दो पराठे बिल्कुल मुफ्त हैं.

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