Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Last Updated:

फिल्म ‘तोहफा’ 1984 में रिलीज़ हुई थी, जिसमें जितेंद्र, श्रीदेवी और जयाप्रदा ने मुख्य भूमिकाएं निभाईं. शक्ति कपूर ने विलेन का रोल निभाया और फिल्म सुपरहिट रही.

‘आऊऊऊ लोलिता…’ विलेन था नौटंकीबाज! स्क्रिप्ट देख करने लगा टालमटोल, फिर पड़ा ब्लॉकबस्टर में हीरो पर भारी

shakti kapoor in tohfa

हाइलाइट्स

  • शक्ति कपूर ने ‘तोहफा’ में विलेन का रोल निभाया.
  • फिल्म ‘तोहफा’ 1984 की हाइएस्ट ग्रोसिंग फिल्म बनी.
  • शक्ति कपूर को रोल करने से पहले हिचकिचाहट थी.

साल 1984 में एक फिल्म आई थी. जिसके गाने सुपरहिट थे. विलेन हिट था और कास्ट ने भी धमाल मचाया था. मेकर्स ने जयाप्रदा और श्रीदेवी को कास्ट किया था. वहीं जितेंद्र ने लीड रोल प्ले किया था. जी हां, हम बात कर रहे हैं तोहफा फिल्म की. जिसमें शक्ति कपूर ने विलेन के रूप में पॉपुलैरिटी हासिल की थी. मगर क्या आप जानते हैं, इस फिल्म को करने से पहले वह हिचक रहे थे. चलिए बताते हैं किस्सा.

साल 1984 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘तोहफ़ा’ ने सिनेमाघरों में जबरदस्त धूम मचाई थी. इस फिल्म में जितेंद्र, श्रीदेवी और जयाप्रदा जैसे बड़े सितारे नजर आए थे. फिल्म ने रिलीज़ होते ही दर्शकों का दिल जीत लिया और बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया. ‘तोहफ़ा’ उस दौर की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई थी. इसने अपने दम पर कई सुपरस्टार्स को कड़ी टक्कर दी और साल 1984 की हाइएस्ट ग्रोसिंग इंडियन फिल्म का ताज अपने नाम किया.

शक्ति कपूर हिचक रहे थे

shakti kapoor in tohfa
तोहफा फिल्म को डी रामानायडू ने बनाया था. फिल्म में कादर खान भी थे. मगर विलेन के रोल में थे शक्ति कपूर. इस रोल को प्ले करने से पहले वह डर रहे थे. उन्हें लग रहा था कि ये नौटंकी और कॉमेडी जैसा रोल है. शक्ति कपूर का कहना था कि राजेंद्र नाथ पेंटल सालों से इस तरह के रोल कर रहे हैं और जनता ने खूब देखे भी हैं. फिल्म में बेशक लोग आज जितेंद्र को भूल गए हों लेकिन शक्ति के इस रोल को भूला नहीं पाए.

जो डायलॉग इतना फेमस हुआ, उसे लेकर भी संकोच में थे
आईएमडीबी के मुताबिक, वहीं शक्ति कपूर को तोहफा के मेकर्स ने समझाया कि लोगों को ऐसे चटपटे रोल पसंद आते हैं. शक्ति कपूर को अभी तक किसी ने पर्दे पर कॉमेडी करते नहीं देखा था. अगर सत्ते पर सत्ता की बात करें तो थोड़ा ही अंश था जिसमें वह ऐसे रोल में थे. वहीं उन्हें ये भी लग रहा था कि आऊ..ललिता वाला डायलॉग भी बहुत इस्तेमाल हो रहा है, ये शायद दर्शकों को पसंद न आए.

मगर जब फिल्म रिलीज हुई तो शक्ति कपूर गलत साबित हुए. लोगों को फिल्म और शक्ति कपूर का रोल कामेश सिंह अच्छे लगे थे. फिर आगे चलकर शक्ति कपूर ने कई फनी रोल भी किए जो सुपरहिट हुए. उनका बलमा से लेकर मेले राजाबाबू जैसे डायलॉग आजतक लोग भूला नहीं पाए हैं.

‘तोहफा’ की कहानी में है इमोशन्स, प्यार और कुर्बानी
यह फिल्म दो बहनों की ज़िंदगी और उनके दिल के जज़्बातों को खूबसूरती से बयां करती है. दोनों बहनें एक ही शख्स, राम से प्यार करने लगती हैं. लेकिन जब एक बहन को एहसास होता है कि उसकी अपनी बहन भी उसी लड़के के लिए दिल में जज़्बात रखती है, तो वो अपने प्यार की कुर्बानी देकर पीछे हट जाती है. दिल को छू लेने वाली इस कहानी ने उस दौर के दर्शकों को खूब रुलाया भी और रुलाया भी. दिलचस्प बात ये है कि ‘तोहफ़ा’ तेलुगु की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘देवाथा’ का हिंदी रीमेक थी.

homeentertainment

‘आऊऊऊ लोलिता…’ विलेन था नौटंकीबाज! स्क्रिप्ट देख करने लगा टालमटोल

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment