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WTC Final Pitch आकाश चोपड़ा ने लॉर्ड्स में WTC फाइनल की पिच पर विदेशी मीडिया की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि भारत में 28 विकेट गिरते तो हंगामा होता, जबकि इंग्लैंड में इसे खेल भावना वाली पिच कहा जाता है.

आकाश चोपड़ा ने लॉर्ड्स की पिच पर मीडिया की उड़ाई धज्जी

WTC FINAL में दो दिन के खेल में गिरे 28 विकेट

नई दिल्ली. आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच ट्रॉफी जीतने के लिए जोरदार टक्कर देखने को मिल रही है. 11 जून से शुरू हुए मुकाबले में दो दिन के भीतर 28 विकेट गिर चुके हैं. ऑस्ट्रेलिया की लगभग दो पारी खत्म होने की कगार पर है जबकि साउथ अफ्रीका पहली पारी में महज 138 रन पर सिमट चुका है. पूर्व भारतीय ओपनर आकाश चोपड़ा ने पिच को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. पिच को लेकर बवाल मचाने वाली विदेशी मीडिया उन्होंने जमकर कोसा.

आकाश चोपड़ा ने लॉर्ड्स में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल के दौरान गेंदबाजों की मददगार पिच पर वेस्टर्न मीडिया के दोहरे चरित्र की आलोचना की है. उनका मानना है कि अगर भारत में टेस्ट मैच के पहले दो दिनों में 28 विकेट गिरते तो देश पर ‘पिचों को तैयार करने’ और ‘टेस्ट क्रिकेट को मारने’ का आरोप लगाया जाता जबकि इंग्लैंड में इसे ‘खेल भावना’ वाली पिच कहा जाता है.

ऑस्ट्रेलिया पहली पारी में 212 रन पर ऑल आउट हो गई. जवाब में दक्षिण अफ्रीका केवल 138 रन ही बना सकी. जब पैट कमिंस और उनकी टीम कंट्रोल में दिख रही थी तो प्रोटियाज ने वापसी करते हुए दूसरे दिन के अंत में ऑस्ट्रेलिया को 144/8 पर ला दिया. हर दिन 14 विकेट गिरे. मुकाबले में दोनों ही टीम के तेज गेंदबाजों ढलान वाली सतह पर अनइवेन बाउंस और निरंतर मूवमेंट का फायदा उठा रहे थे.

चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में कहा, “मेरा इस लॉर्ड्स टेस्ट मैच के बारे में बड़ा सवाल यह था कि अगर ये 28 विकेट भारत में दो दिनों के खेल में गिरते, तो क्या पश्चिमी मीडिया ने हंगामा नहीं किया होता. वो नहीं बोलते किस तरह की पिच पर खेलते हैं. गेंद घूम रही है और उछल रही है बल्लेबाजी बहुत मुश्किल हो गई है. ऐसी पिचों को कैसे अनुमति दी जा सकती है कि भारत पिचों को तैयार कर रहा है और टेस्ट क्रिकेट को मार रहा है.”

उन्होंने आगे कहा, “आपने द टेलीग्राफ से लेकर द सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड तक ये सुर्खियाँ देखी होतीं और आपको लगता कि आपने क्या किया है. हालांकि, जब यह इंग्लैंड में होता है, तो इसे खेल भावना वाली पिच कहा जाता है. बल्लेबाजों की डिफेंसिव तकनीक खराब हो गई है क्योंकि गेंद उतनी नहीं घूम रही है. अगर बल्लेबाजों की रक्षात्मक तकनीक खराब हो गई है, तो यह भारत में भी लीगल है.”

ऑस्ट्रेलिया तीसरी पारी में 218 रनों की बढ़त के साथ क्रीज पर है, जिसमें मिचेल स्टार्क और नाथन लायन अंतिम बल्लेबाज हैं. दक्षिण अफ्रीका को उम्मीद है कि वे आखिरी दो विकेट जल्दी निकाल सकते हैं ताकि 1998 के बाद से अपना पहला आईसीसी खिताब जीतने का वास्तविक मौका मिल सके.

चोपड़ा ने उसी वीडियो में कहा., “मैच की स्थिति क्या है? बढ़त 200 रनों से अधिक है. ऑस्ट्रेलिया ने लॉर्ड्स में आखिरी पारी में 200 से अधिक रनों का बचाव करते हुए कभी मैच नहीं हारा है. हालांकि, सिर्फ इसलिए कि यह पहले कभी नहीं हुआ है, इसका मतलब यह नहीं है कि अब नहीं हो सकता.”

Viplove Kumar

15 साल से ज्यादा वक्त से खेल पत्रकारिता से सक्रिय. Etv भारत, ZEE न्यूज की क्रिकेट वेबसाइट में काम किया. दैनिक जागरण वेबसाइट में स्पोर्ट्स हेड रहा. ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, क्रिकेट और फुटबॉल वर्ल्ड कप कवर किया. अक्टूब…और पढ़ें

15 साल से ज्यादा वक्त से खेल पत्रकारिता से सक्रिय. Etv भारत, ZEE न्यूज की क्रिकेट वेबसाइट में काम किया. दैनिक जागरण वेबसाइट में स्पोर्ट्स हेड रहा. ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, क्रिकेट और फुटबॉल वर्ल्ड कप कवर किया. अक्टूब… और पढ़ें

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