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आगरा: “विरासत के सफर पर आगरा मेट्रो” इस नारे के साथ ताज नगरी में मेट्रो रेल प्रोजेक्ट की रफ्तार अब तेज हो गई है. आगरा की गलियों से लेकर एमजी रोड तक अब मेट्रो का ढांचा दिखाई देने लगा है. शहर के लिए यह सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट सिस्टम नहीं, बल्कि एक आधुनिक पहचान बनने जा रही है, जो इसे भविष्य के शहरों की कतार में ला खड़ा करेगी.
दूसरे कॉरिडोर पर तेजी से चल रहा है काम
वहीं अब दूसरे कॉरिडोर पर काम तेज गति से जारी है. यह लाइन शहर की लाइफलाइन कहे जाने वाले एमजी रोड से होकर गुजरेगी. अभी फिलहाल इस रूट पर पिलर खड़े करने का काम दिन-रात चल रहा है. आगरा मेट्रो प्रशासन का दावा है कि जल्द ही इन पिलर्स पर एलीवेटेड ट्रैक यानी मेट्रो के लिए ऊपर चलने वाली पटरियों को लगाया जाएगा. अगर सब कुछ समय पर चलता रहा तो 2026 के अंत तक एमजी रोड पर मेट्रो दौड़ने लगेगी.
आगरा मेट्रो के दूसरे कॉरिडोर में आईएसबीटी, गुरुद्वारा गुरु का ताल और सिकंदरा जैसे स्टेशन शामिल हैं. आईएसबीटी तक पिलर और स्टेशन का ढांचा लगभग तैयार हो चुका है. उम्मीद की जा रही है कि सितंबर 2025 तक मेट्रो यहां तक शुरू हो जाएगी.
दो कॉरिडोर पर बनाए जाएंगे 29 स्टेशन
अगर पूरी परियोजना की बात करें तो आगरा मेट्रो उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े निर्माणाधीन मेट्रो प्रोजेक्ट्स में से एक है. इसमें दो कॉरिडोर पर कुल 29 स्टेशन बनाए जा रहे हैं, जिनकी कुल लंबाई 29.65 किलोमीटर है. मेट्रो प्रोजेक्ट की विस्तृत योजना जून 2014 में राज्य सरकार को सौंपी गई थी, लेकिन इसे फरवरी 2019 में केंद्र सरकार से मंजूरी मिली.
6 मार्च 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ताज नगरी की मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इसी के साथ आगरा मेट्रो के पहले चरण का काम पूरा हुआ, जिसे महज 29 महीनों में तैयार किया गया था. इस मेट्रो से न केवल आगरा के लोगों को तेज, सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुविधा मिलेगी, बल्कि यह शहर के पर्यटन, रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को भी गति देगी. मेट्रो के आने से यातायात की भीड़ में कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है.
साफ है कि आने वाले कुछ सालों में जब मेट्रो आगरा की सभी प्रमुख सड़कों पर दौड़ने लगेगी, तो यह शहर सिर्फ “ताज” के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी आधुनिक ट्रांसपोर्ट व्यवस्था के लिए भी जाना जाएगा. फिलहाल शहरवासियों को 2026 के अंत का इंतज़ार है, जब मेट्रो एमजी रोड की रफ्तार बन जाएगी.
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