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Difference Between Pulao And Biryani: बिरयानी हो या पुलाव, हम सभी इन स्वादिष्ट डिशों को बहुत पसंद करते हैं. लेकिन बहुत लोग पुलाव और बिरयानी को एक ही समझते हैं. कुछ रेस्टोरेंट्स तो बिरयानी के नाम पर पुलाव परोस देते हैं. लेकिन हर खाने के शौकीन को ये समझना चाहिए कि ये दोनों चीज एक जैसी नहीं हैं. हां, दिखने में ये कभी-कभी मिलती-जुलती लग सकती हैं. कुछ लोग तो टेस्ट में भी ज्यादा फर्क नहीं पकड़ पाते. लेकिन सच्चाई ये है कि बिरयानी और पुलाव अलग-अलग तरह की डिशें हैं. अगर आप इनका फर्क जानना चाहते हैं तो ये आर्टिकल आपके लिए है.
बिरयानी की शुरुआत कैसे हुई?
‘बिरयानी’ शब्द फारसी शब्द “बिरिंज बिरियान” से आया है, जिसका मतलब होता है ‘तला हुआ चावल’. कुछ लोगों का मानना है कि इसकी शुरुआत ईरान में हुई और यह फिर धीरे-धीरे भारत और देश के दूसरे हिस्सों में फैल गई. कुछ इतिहासकारों का मानना है कि मुग़ल शासकों ने इसे भारत में लाया. जबकि कुछ इतिहासकार इसके पीछे अलग ही कहानी बताते हैं. उनका कहना है कि मुग़ल सैनिकों ने एक बार जमीन में गड्ढा खोदकर उसमें चावल, मसाले और मांस डालकर उसे पकाते थे, जिससे बिरयानी बनी.
एक और कहानी के अनुसार, मुग़ल रानी मुमताज़ महल ने सैनिकों को कमजोर देखकर रसोइए से एक खास पौष्टिक डिश बनाने को कहा जिसमें मांस और चावल दोनों हों और इस तरह बिरयानी बनी.
पुलाव की कहानी क्या है?
पुलाव की शुरुआत बिरयानी से भी पहले मानी जाती है. यह डिश मध्य पूर्व के देशों से आई. ‘पुलाव’ शब्द ईरानी या अरबी शब्द ‘पिलाफ’ से लिया गया है. पुलाव का ज़िक्र भारत की प्राचीन संस्कृत किताबों जैसे याज्ञवल्क्य स्मृति और तमिल साहित्य में भी मिलता है, जिसका मतलब है कि यह भारत में भी बहुत पुरानी डिश है.
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बिरयानी कैसे बनती है?
बिरयानी में लंबे दाने वाला बासमती चावल इस्तेमाल होता है, जिसमें खुशबू और बनावट खास होती है. जायफल, इलायची, केसर जैसे महकदार मसाले इसमें डाले जाते हैं. मांसाहारी और शाकाहारी- दोनों तरह की बिरयानी बनती है. इसके खास पकाने के तरीके में चावल और मसालेदार मांस/सब्जियों की परतें बिछाई जाती हैं, जिससे हर परत का स्वाद गहराई से मिलता है.
पकाने की विधि
बिरयानी पकाने में समय और धैर्य लगता है. इसे पारंपरिक ‘दम’ विधि से पकाया जाता है, जिसमें बर्तन को आटे से सील कर धीमी आंच पर पकाया जाता है. चावल को आधा पकाया जाता है और मांस या सब्जी को मसाले में मेरिनेट किया जाता है. हर परत में तले प्याज़, केसर वाला दूध और खुशबूदार मसाले डाले जाते हैं. धीमी आंच पर पकने से स्वाद अंदर तक समा जाता है.
पुलाव कैसे बनता है?
पुलाव थोड़ा साधारण होता है. इसमें अक्सर छोटे दाने वाले चावल का इस्तेमाल किया जाता है. इसका मसाला हल्का होता है. पुलाव एक ही बर्तन में पकाया जाता है, जिससे इसका स्वाद संतुलित होता है.
पुलाव की विधि
पुलाव बनाने के लिए सबसे पहले बासमती चावल को 30 मिनट तक भिगोया जाता है. फिर घी या तेल में प्याज़ और लहसुन भूनते हैं. जब प्याज़ सुनहरे हो जाएं, तब मनपसंद सब्ज़ियां जैसे मटर, गाजर, आलू, फूलगोभी डालते हैं. इसके बाद स्वाद अनुसार मसाले डालें और थोड़ी देर पकाएं. फिर उसमें भिगोया हुआ चावल और पानी डालकर प्रेशर कुकर में 1-2 सीटी तक पकाएं. कुछ ही मिनटों में स्वादिष्ट वेज पुलाव तैयार हो जाएगा.
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तो फर्क क्या है?
- बिरयानी में चावल और सब्जियां अलग पकती हैं और फिर परतों में दम पर पकाई जाती है.
- पुलाव में सब कुछ एकसाथ पकाया जाता है इसे बनाना आसान और तेज़ होता है.
- दोनों का स्वाद लाजवाब है पर तरीका अलग है. अब अगली बार जब आप बिरयानी या पुलाव खाएं, तो इनके फर्क को जरूर याद रखिएगा.
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