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heart attack care tips : आमतौर पर हार्ट अटैक के बारे में लोगों को पता नहीं रहता है कि इसके कारण क्या हैं और किस टेस्ट से इसका पता चल सकता है. लोग गलत जांचों में उलझकर समय खराब करते रहते हैं.

हार्ट स्पेशलिस्ट लक्ष्मण सुथार.
हाइलाइट्स
- साल में एक बार टीएमटी टेस्ट कराएं.
- टीएमटी टेस्ट से हार्ट अटैक की संभावना का पता चलता है.
- टीएमटी टेस्ट का शुल्क 1600 रुपए है.
अल्मोड़ा. आजकल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोगों को चलते फिरते या किसी फंक्शन में नाचते वक्त हार्ट अटैक आने आम हो रहे हैं. कुछ समय से इसके काफी मामले बढ़ रहे हैं. आमतौर पर हार्ट अटैक के बारे में लोगों को पता भी नहीं रहता है कि इसके कारण क्या हैं और किस टेस्ट से इसका पता चलता है. जब किसी के चेस्ट में दर्द होता है तो लोग ईसीजी करवा लेते हैं लेकिन उसमें यही पता चल पाता है कि हार्ट अटैक आया है या नहीं. अगर आपको पता लगाना है कि हार्ट अटैक क्यों आता तो आप साल में एक बार टीएमटी का टेस्ट कर सकते हैं. इससे पता चल जाएगा कि आपको हार्ट अटैक होगा या नहीं.
उम्र का रखें ध्यान
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में ‘लाइफ केयर हॉस्पिटल एंड कार्डियक सेंटर’ के हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. लक्ष्मण सुथार कहते हैं कि आजकल हार्ट अटैक के केस काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. इससे सही जानकारी होने से बचा जा सकता है. अगर कोई पुरुष 40 साल का है और महिला 55 साल से ऊपर की है, तो साल में एक बार टेस्ट कराना होगा. इसमें शुगर, किडनी, कोलेस्ट्रॉल और हार्ट के लिए टीएमटी और ईसीजी कराना होगा. इससे पता लगाया जा सकता है कि मरीज को हृदय संबंधित कोई भी बीमारी नहीं है.
लगेंगे इतने पैसे
हार्ट स्पेशलिस्ट डॉ. लक्ष्मण सुथार के अनुसार, जिनको शुगर, बीपी और थायराइड की बीमारी है, उनको हर 6 महीने में शुगर, कोलेस्ट्रॉल, थायराइड और किडनी की जांच करानी चाहिए. लोगों को कम जानकारी रहती है जिस वजह से कई लोग ईसीजी और इको करा लेते हैं. ईसीजी तभी लाभदायक है जब लोगों को हार्ट अटैक चल रहा हो या पहले कभी हार्ट अटैक आया हो. अगर किसी को जानना है कि उनके हार्ट में ब्लॉकेज है या नहीं तो इसके लिए उन्हें टीएमटी टेस्ट करना होगा. ये जांच काफी उपयोगी रहती है, जिसका शुल्क उनके यहां 1600 रुपए हैं.
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