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एक्ट्रेस दिव्या दत्ता ने हालिया इंटरव्यू में दिग्गज इरफान खान के साथ काम करने के एक्सपीरियंस को शेयर किया. दोनों ने साल 2010 में आई फिल्म Hisss फिल्म में काम किया था. उन्होंने बताया कि एक इंटिमेट सीन की शूटिंग के दौरान इरफान उनसे ज्यादा नर्वस थे. वह काफी ज्यादा सोच रहे थे. फिर निर्देशक जेनिफर लिंच ने उनकी मदद की थी. जबकि वह समझाने के बाद खुश थीं और काफी सहज फील कर रही थीं.
दिव्या दत्ता ने फिल्मफेयर को दिए इंटरव्यू में बताया कि कैसे आदित्य चोपड़ा ने भी उन्हें बहुत जरूरी सीख दी थी. दिव्या ने कहा कि यश चोपड़ा ने उन्हें ‘वीर-जारा’ के साथ एक खास रोल से लॉन्च किया, फिल्म सुपरहिट रही और उनका करियर पर आगे चल पड़ा.
आदित्य चोपड़ा ने क्या सिखाया
दिव्या दत्ता ने बताया कि आदित्य चोपड़ा ने उन्हें एक महत्वपूर्ण करियर सलाह दी थी, जिसे वह आज भी याद रखती हैं. उन्होंने कहा, “आदि ने मुझसे पूछा ‘क्या तुम्हें पैसों की जरूरत है?’ मैंने कहा, ‘आप ऐसा क्यों कह रहे हैं?’ उन्होंने पूछा कि मैं इतनी फिल्में क्यों कर रही हूं? मैंने कहा क्योंकि मैं बिजी हूं, लोग मुझे चाहते हैं… उन्होंने कहा कि तुम एक अच्छी एक्ट्रेस हो. ऐसा काम करो कि लोग तुम्हारी लेगेसी को याद रखे. तुम्हारी चुनी हर फिल्म मायने रखती है.’
दिव्या दत्ता ने कई फिल्मों को किया रिजेक्ट
दिव्या ने आगे कहा, ‘यह बात मुझे बहुत गहराई से छू गई. मैंने महसूस किया कि सही सिलेक्शन करियर में कितना जरूरी होता है.” इसके बाद उन्होंने कई प्रोजेक्ट्स को मना कर दिया और कई साइनिंग अमाउंट्स भी लौटा दिए थे. दिव्या दत्ता ने करियर की दिशा बदलने का श्रेय आदित्य चोपड़ा को ही दिया.
इंटिमेट सीन की शूटिंग को याद कर बोलीं दिव्या दत्ता
इसी इंटरव्यू में दिव्या दत्ता ने इंटिमेट सीन्स की शूटिंग को भी याद किया. जब उन्होंने ‘हिस्स’ (2010) में इरफान को किस करना था. वह खुश थीं कि एक महिला निर्देशक वहां थीं जिन्होंने पूरे प्रोसेस को काफी आसान बनाया था. वह बिल्कुल घबराई नहीं थी. जबकि इरफान खान नर्वस थे.
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दिव्या से ज्यादा इरफान थे इंटिमेट सीन को लेकर नर्वस
दिव्या दत्ता ने कहा, “जेनिफर लिंच (निर्देशक) ने हमें अच्छे से समझाया. यह एक सुंदर सा सीन था. मैंने पूछा, ‘इरफान कहां हैं?’ उन्होंने कहा, ‘वह छत पर हैं, तुमसे ज्यादा नर्वस हैं.’ मैं ऊपर गई और उनसे कहा, ‘चलो करते हैं, सब अच्छा होगा.’ जेनिफर हमें बार-बार कहती रहीं कि तुम एक कपल हो, तुम्हें एक बच्चा चाहिए, वह तुम्हारे पास आ रहा है… उन्होंने हमें उस मूड में डाल दिया जहां हमारी सभी झिझक, हिचक, नर्वसनेस सब दूर हो गई. मैंने महसूस किया कि एक पूरा यूनिट उस सीन को अच्छा बनाने के लिए काम कर रहा है.”
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