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Gulab ki kheti : मार्केट में इसकी मांग देखते हुए इसे उगाया जाए तो एक सीजन में ही लाखों रुपये कमा सकते हैं. उद्यान विभाग की तरफ से बागवानी मिशन के तहत किसानों को इसकी खेती के लिए आर्थिक मदद भी दी जाती है.
आजमगढ़. फूलों की खेती एक बड़े व्यापार के रूप में उभर रही है. अब किसान अनाज और सब्जियों की खेती के साथ-साथ फूल उगाने में भी दिलचस्पी ले रहे हैं. वे बड़े पैमाने पर फूलों की पैदावार कर रहे हैं. आजमगढ़ में भी कई किसान तरह-तरह के फूलों की खेती से जुड़े हुए हैं. यहां किसान मुख्य रूप से जरबेरा, गुलाब, सदाबहार और गेंदा के फूलों की पैदावार कर रहे हैं. जो किसान गुलाब के फूलों की खेती करना चाहता है, उन्हें कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. आइये जानते हैं वो चार बातें.
हर काम में इसकी मांग
हमारे देश में फूलों की मांग हर समय रहती है. यह मांग शादी-विवाह और त्योहारों के समय में चरम पर पहुंच जाती है. धार्मिक कार्यों से लेकर हर तरीके के कार्यों में इनकी डिमांड बनी रहती है. मार्केट में इसकी मांग देखते हुए अगर किसान इसकी खेती करें तो उन्हें एक सीजन में ही लाखों की कमाई हो सकती है. उद्यान विभाग की तरफ से बागवानी मिशन के तहत किसानों को इसकी खेती के लिए प्रोत्साहित भी किया जाता है. सरकार आर्थिक मदद भी देती है.
2 महीने में तैयार
गुलाब की खेती करने वाले आजमगढ़ के किसान रंजन मौर्य बताते हैं कि अगर किसान एक बीघे में गुलाब की खेती करते हैं तो इसके लिए खेत तैयार करने से लेकर फसल बुवाई तक 30 से 40 हजार रुपये खर्च करने होंगे. इसके बाद समय-समय पर पौधों की सिंचाई आदि करते हुए उपज मिलती है. किसान एक सीजन में लागत का कम से कम तीन गुना मुनाफा आसानी से कमा सकते हैं. सीजन में गुलाब के फूल 50 से 80 रुपये प्रति फूल के भाव बिकते हैं. थोक मंडी में एक फूल की कीमत तकरीबन 30 से 40 रुपये होती है. गुलाब के फूल 2 महीने में पूरी तरह तैयार हो जाते हैं. एक बीघे से किसान सालभर में 6 से 8 लाख रुपये आसानी से कमा सकते हैं.
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