Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Last Updated:

Famous Kulfi In City: कुल्फी खाने के शौकीन हैं तो बरेली की पंजाबी मार्केट की इस शॉप पर जा सकते हैं. ये 75 सालों से ज्यादा से कुल्फी बनाते आ रहे हैं और आज भी लोगों में इनकी कुल्फी की खूब डिमांड रहती है.

X

इस कुल्फी फालूदा को खाने दूसरे शहरों से आते हैं लोग! 75 सालों से नहीं बदला स्वाद, गर्मी में जबरदस्त डिमांड!

तोलाराम कुल्फी वाले 

हाइलाइट्स

  • बरेली की पंजाबी मार्केट में 75 साल पुरानी कुल्फी की दुकान है.
  • टोला राम की कुल्फी का स्वाद 1950 से बरकरार है.
  • कुल्फी के लिए दूध, चीनी और ड्रायफ्रूट का उपयोग होता है.

बरेली: गर्मियों के मौसम की शुरुआत हो चुकी है और यह मौसम नाथनगर बरेली के कुल्फी के शौकीनों के लिए खुशियां लाने वाला होता है. और अगर आप भी हैं कुल्फी खाने के शौकीन, तो यह ख़बर आपके लिए बहुत काम की है. आज हम आपको बताने जा रहे हैं बरेली की फेमस 75 सालों से चल रही टोला राम की कुल्फी के बारे में, जोकि 1950 से बरेली में कुल्फी खाने वालों के दिलों पर लगातार राज कर रही है. इसका स्वाद ऐसा है कि सिर्फ बरेली से ही नहीं बल्कि दूर-दूर से लोग ये कुल्फी खाने आते हैं.

स्वाद लेना है तो इस पते पर आएं
अगर आप भी खाना चाहते हैं यह स्वादिष्ट तोलाराम की कुल्फी, तो आप आ सकते हैं बरेली पंजाबी मार्केट, कोतवाली के सामने. इनके हाथ की कुल्फी आपको दोपहर 1 बजे से रात को 11 बजे तक खाने को मिलती है. इस दुकान के मालिक जवाहर लाल तनेजा ने लोकल 18 से खास बातचीत में बताया कि उनके यहां एक ही प्रकार की कुल्फी मिलती है. ये आधी कुल्फी ₹80 की और पूरी कुल्फी ₹160 की बेचते हैं.

उनका कहना है कि वो पहले इसे कम दाम में बेचते थे, मगर समय के साथ-साथ उन्हें दाम बढ़ाने पड़े. तनेजा भाई ने अपनी इस स्वादिष्ट कुल्फी को बनाने के बारे में बताया कि वे इसमें कुछ ज्यादा चीज़ों का इस्तेमाल नहीं करते हैं. वे इसे बनाने के लिए केवल ड्रायफ्रूट, दूध और चीनी का इस्तेमाल करते हैं और बाकी सभी चीजें पूरी तरह शुद्ध होती हैं.

कैसे बनाते हैं कुल्फी
इस दुकान के मालिक जवाहर लाल तनेजा ने बातचीत के दौरान बताया कि वे इसमें लगने वाली सामग्री में केवल कुछ ड्रायफ्रूट, चीनी और दूध का इस्तेमाल करते हैं. साथ ही जो कुछ भी वे डालते हैं वो सब पूरी तरह से शुद्ध होता है, जिसे लोग बड़े चाव से खाते हैं. लोगों को उनके हाथ की कुल्फी इसलिए पसंद आती है क्योंकि इसमें किसी भी तरह की कोई मिलावट नहीं होती. वे बताते हैं कि कुल्फी को जितना ज़्यादा मिलावट से बचाओगे, कुल्फी उतनी ज़्यादा स्वादिष्ट लगेगी.

ग्राहकों का क्या है कहना
इस कुल्फी के शौकीनों ने लोकल 18 से खास बातचीत में बताया कि ये कुल्फी वे बचपन से ही सबसे ज़्यादा पसंद करते आ रहे हैं. अब उनके बच्चे भी इसे पसंद करते हैं. वैसे तो कुल्फी कई जगह मिलती है पर ऐसा स्वाद कहीं नहीं आता. इसलिए जब भी कुल्फी एंजॉय करने की बात चलती है तो लोग यहां का ही रुख करते हैं.

homelifestyle

ये कुल्फी फालूदा खाने दूसरे शहरों से आते हैं लोग! 75 सालों से नहीं बदला स्वाद

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment