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Changeri Ke Fayde: चांगेरी औषधीय गुणों से भरपूर एक पौधा है. यह पौधा पाचन सुधारने, ल्यूकोरिया से राहत दिलाने, त्वचा पर निखार लाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मददगार है. आयुर्वेद में इसे प्राकृतिक टॉनिक मा…और पढ़ें

इस छोटे से पौधे में छिपा है सेहत का राज, महिलाओं के लिए नेचुरल टॉनिक, चेहरे पर लाता है निखार

चांगेरी के पत्तों का इस्तेमाल आयुर्वेद में खूब किया जाता है.

हाइलाइट्स

  • चांगेरी पाचन सुधारने में बेहद मददगार है.
  • चांगेरी त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकता है.
  • चांगेरी इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है.
Changeri Health Benefits: आयुर्वेद में कई पौधों को औषधीय गुणों से भरपूर माना गया है. इन पौधों की फूल-पत्तियों का इस्तेमाल कई परेशानियों से राहत पाने में सदियों से किया जा रहा है. इसी तरह का एक औषधीय गुणों से भरपूर चांगेरी का पौधा (Changeri Plant) है. चांगेरी को आमतौर पर खट्टी घास भी कहते हैं. यह एक छोटा-सा पौधा है जो भारत में आसानी से पाया जाता है. इसका उपयोग विभिन्न रोगों के इलाज के लिए किया जाता है.

चांगेरी का वैज्ञानिक नाम ऑक्सालिस कॉर्निकुलाटा (Oxalis corniculate) है. यह एक बारहमासी पौधा है, जिसकी पत्तियां स्वाद में खट्टी होती हैं. यह आमतौर पर बगीचों, मैदानों और सड़क के किनारों में पाया जाता है. आयुर्वेद में चांगेरी का उपयोग पाचन समस्याओं, दस्त और बवासीर जैसी बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता है. इसके पत्तों का उपयोग चटनी, सूप और अन्य व्यंजनों में भी किया जाता है.

चरक और सुश्रुत संहिता में चांगेरी का वर्णन मिलता है. चरक संहिता में इसे शाक वर्ग और अम्लस्कन्ध और सुश्रुत संहिता में इसे शाक वर्ग में उल्लेखित किया गया है. इसका मुख्य उपयोग दस्त, पाचन संबंधी समस्याओं के उपचार में किया जाता है. चांगेरी के पत्तों का काढ़ा भुनी हुई हींग के साथ मिलाकर पीने से पेट दर्द और पाचन संबंधी समस्याओं में लाभ मिलता है. यह महिलाओं में पाचन तंत्र को मजबूत करने में सहायक है.

आयुर्वेद के जानकारों की मानें तो इसका उपयोग महिलाओं में होने वाली ल्यूकोरिया यानी व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या में भी किया जाता है. इसके पत्तों का रस मिश्री के साथ सेवन करने से ल्यूकोरिया के कारण होने वाली दर्द और हड्डियों की कमजोरी में राहत मिलती है. चांगेरी त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकती है. इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीफंगल गुण मुंहासे, काले धब्बे और त्वचा की जलन को कम करने में मदद कर सकते हैं.

चांगेरी के फूलों को पीसकर चावल के आटे के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा का रंग निखरता है और दाग-धब्बों से छुटकारा मिलता है. चांगेरी विटामिन C का एक अच्छा स्रोत है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है और स्कर्वी जैसी बीमारियों को रोकता है. चांगेरी के पत्तों का लेप जोड़ों के दर्द, गठिया और सूजन को कम करने में बहुत फायदेमंद है. इसके पीछे मुख्य कारण इसके सूजन-रोधी गुण हैं. ये गुण सूजन को कम करने और दर्द से राहत दिलाते हैं. हालांकि चांगेरी का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)

अमित उपाध्याय

अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. …और पढ़ें

अमित उपाध्याय News18 Hindi की लाइफस्टाइल टीम में सीनियर सब-एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं. उन्हें प्रिंट और डिजिटल मीडिया में करीब 8 साल का अनुभव है. वे हेल्थ और लाइफस्टाइल से जुड़े टॉपिक पर स्टोरीज लिखते हैं. … और पढ़ें

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इस छोटे से पौधे में छिपा है सेहत का राज, महिलाओं के लिए नेचुरल टॉनिक

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