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Firozabad Latest News: फिरोजाबाद में ई-रिक्शा चालकों के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं. वेरिफिकेशन के बाद ही तय रूट पर चलने की अनुमति होगी. 1600 से अधिक ई-रिक्शा का वेरिफिकेशन हो चुका है.

ई रिक्शा का वेरिफिकेशन करते हुए अधिकारी
हाइलाइट्स
- ई-रिक्शा चालकों के लिए वेरिफिकेशन अनिवार्य.
- वेरिफिकेशन न कराने पर कड़ी कार्रवाई होगी.
- 1600 से अधिक ई-रिक्शा का वेरिफिकेशन हो चुका है.
फिरोजाबाद: उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद में ई-रिक्शा चलाने वाले चालकों के लिए अब सख्त नियम बनाए जा रहे हैं. शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर और सुचारु बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया गया है. अक्सर देखा गया है कि ई-रिक्शा चालक मनमाने तरीके से सड़कों और गलियों में वाहन चलाते हैं, जिससे जाम की स्थिति बन जाती है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. अब प्रशासन ने तय किया है कि हर ई-रिक्शा चालक को अपना वेरिफिकेशन कराना जरूरी होगा और इसके बाद ही उन्हें तय रूट पर चलने की अनुमति दी जाएगी.
1600 से अधिक ई-रिक्शा का वेरिफिकेशन हो चुका है
फिरोजाबाद के सीओ सिटी अरुण कुमार चौरसिया ने बताया कि शहर में तेजी से बढ़ रही ई-रिक्शा की संख्या को देखते हुए ट्रैफिक सिस्टम में बदलाव जरूरी हो गया था. उन्होंने कहा कि सभी ई-रिक्शा चालकों को ट्रैफिक ऑफिस पहुंचकर अपना वेरिफिकेशन कराना होगा, जिससे यह तय हो सके कि कौन-सा ई-रिक्शा किस क्षेत्र में संचालित हो रहा है.
वेरिफिकेशन के दौरान ई-रिक्शा के रंग के अनुसार उनका रूट तय किया जाएगा. अभी तक 1600 से ज्यादा ई-रिक्शा चालकों का वेरिफिकेशन हो चुका है. ट्रैफिक ऑफिस में लगातार यह प्रक्रिया चल रही है, जहां ई-रिक्शा चालक अपने जरूरी दस्तावेज लेकर पहुंच सकते हैं और एक फॉर्म भरकर अपना रिकॉर्ड अपडेट करवा सकते हैं.
वेरिफिकेशन न कराने पर होगी कार्रवाई
सीओ सिटी ने यह भी साफ किया कि वेरिफिकेशन जरूरी है और जिन चालकों ने अब तक यह प्रक्रिया पूरी नहीं की है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. प्रशासन द्वारा जगह-जगह प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा चालक इस प्रक्रिया में भाग लें.
इसके अलावा, हर ई-रिक्शा चालक को सिर्फ अपने निर्धारित रूट पर ही वाहन चलाने की अनुमति दी जाएगी। इससे ट्रैफिक में सुधार होगा और ई-रिक्शा चालकों को भी बेहतर व्यवस्था का लाभ मिलेगा.
अब तय होंगे रूट, सुधरेगा ट्रैफिक सिस्टम
यह नई व्यवस्था न सिर्फ ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करेगी, बल्कि शहर में चल रहे ई-रिक्शा का पूरा रिकॉर्ड प्रशासन के पास होगा. इससे असंगठित यातायात पर लगाम लगेगी और आम जनता को भी सुगम यातायात का अनुभव मिलेगा.
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