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Shahjahanpur Latest News: अगर आप भी इस बात को लेकर परेशान है कि ऐसी कौन सी फसल करे जिससे कम समय में ज्यादा मुनाफा मिल सके. आइए जानते हैं सबकुछ.

कोदो अनाज की फसल करने के कई फायदे.
शाहजहांपुर: मोटे अनाज हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं लेकिन इससे कहीं ज्यादा की खेती करना किसानों के लिए फायदेमंद होता है. क्योंकि मोटे अनाजों को तैयार करने के लिए किसानों को कम लागत लगानी पड़ती है. मोटे अनाज महंगे भाव में बिकते हैं पिछले कुछ समय से इनकी बाजार में मांग की बढ़ रही है. किसान मोटे अनाज कोदो की की बात करें तो किसान जून और जुलाई के महीने में इसकी फसल की बुवाई कर सकते हैं. कोदो की फसल की बुवाई करने का सही तरीका जानना किसानों के लिए बहुत जरूरी है.
खेत कैसे तैयार करें?
कोदो की बुवाई करने के लिए सबसे पहले डिस्क हैरो से खेत गहरी जुताई करें. उसके एक बार रोटावेटर से खेत को जोत दें, रोटावेटर से जुताई के बाद मिट्टी भुरभुरी हो जाएगी, फिर पाटा लगाकर खेत को समतल कर लें. समतल करने के बाद कोदो की बुवाई की जा सकती है. कोदो की बुवाई के लिए 8 से 10 किलो बीज प्रति हेक्टेयर के हिसाब से बोना चाहिए. कोदो की बुवाई करते समय लाइन से लाइन की दूरी 15 से 20 सेंटीमीटर और पौधे से पौधे की दूरी 10 सेंटीमीटर रखनी चाहिए. जिससे किसानों को अच्छी आमदनी मिलेगी.
कैसे करें कोदो की बुवाई?
खेत की अंतिम जुताई करने से पहले दो ट्राली गोबर की सड़ी हुई खाद, 40 किलो नाइट्रोजन, 30 से 40 किलो फास्फोरस और 20 से 25 किलो पोटाश प्रति हेक्टेयर के हिसाब से खेत में डालकर जुताई कर दें. इसके बाद कोदो के बीज की बुवाई कर दें.
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