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Agency:News18 Uttarakhand

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Bageshwar: फास्ट फूड कैटेगरी में अब मोमो को स्टेपल फूड कहा जाए तो गलत नहीं होगा. इसी क्रम में पहाड़ों पर मिलने वाले धारचूला के मोमो खास माने जाते हैं. इनका स्वाद इतना गजब होता है कि लोग दूर-दूर से केवल मोमो खान…और पढ़ें

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एक बार खा लिए ये वाले मोमो तो उम्र भर नहीं भूलेंगे स्वाद, 2 घंटे में साफ हो जाती है पूरी दुकान!

धारचूला के मोमो 

हाइलाइट्स

  • धारचूला के मोमो का स्वाद लोग दूर-दूर से चखने आते हैं.
  • बागेश्वर की भोटिया मार्केट में मोमो की भारी डिमांड है.
  • धारचूला के मोमो 100 रुपये किलो में बिकते हैं.

बागेश्वर: भारत के अन्य राज्यों की तरह ही उत्तराखंड में भी चाइनीज फास्ट फूड को काफी पसंद किया जाता है. वैसे तो उत्तराखंड में कई जगहों पर बेहतरीन और स्वादिष्ट फास्ट फूड बनाया जाता है. लेकिन राज्य के कुमाऊं की बात करें तो यहां धारचूला के मोमो काफी फेमस है. अन्य राज्यों से आने वाले पर्यटक भी धारचूला के मोमो की खूब डिमांड करते हैं. आज के समय में धारचूला के व्यापारियों बागेश्वर समेत कई जिलों में फास्ट फूड की दुकानें खोली है. जिनके हाथ से बने मोमो का स्वाद चखने लोग दूर-दूर से आते हैं.

इनके हाथ जैसा स्वाद कहीं और नहीं
जो ग्राहक एक बार धारचूला के मोमो खा लेता है उसे फिर अन्य जगहों के मोमो कम पसंद आते हैं. यहां के स्थानीय लोगों का मानना है कि मोमो बनाने का तरीका सबका सेम होता है. बस बनाने वाले के हाथ में स्वाद होता है. धारचूला के लोगों को बचपन से ही मोमो बनाने की प्रेक्टिस होती है. इसलिए भी यहां के लोग स्वादिष्ट मोमो बनाते हैं.

इस वजह से आता है बेहतरीन स्वाद
बागेश्वर में जनवरी महीने में लगने वाली भोटिया मार्केट में धारचूला के मोमो खूब बिकते हैं. यहां पर धारचूला के तीन स्थानीय व्यापारी मोमो बेच रहे हैं, जिनके यहां सुबह से शाम तक ग्राहकों की‌ लाइन लगी रहती है. लोग खुद तो खा ही रहे हैं और स्वाद देखकर घर के लिए भी पैक करा रहे हैं. व्यापारी अरविंद सिंह ने लोकल 18 को बताया कि हमारे घर में हर हफ्ते में एक बार मोमो जरूर बनते हैं. इसलिए हमारे यहां के लोगों को मोमो बनाने की प्रेक्टिस होती है.

बागेश्वर में दारमा होटल के नाम से दुकान चला रही धारचूला की तीन बहनें मोमो बेच रही हैं. इनके हाथ के मोमो खाने लोग दूर-दूर उनकी दुकान पर आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मोमो की प्रवृत्ति के अनुसार इसे बिल्कुल हिसाब से तैयार किया जाता है. जिससे की इसका स्वाद बरकरार रहे.

इतना है दाम
स्थानीय ग्राहकों ने बताया कि भोटिया मार्केट में बिक रहे मोमो फ्रेश होते हैं. इनकी ब्रिकी अच्छी होने की वजह से यहां के व्यापारी एक या दो घंटे के हिसाब से मोमो बनाते हैं. मोमो बनाते ही बिक जाते हैं. इसलिए ये व्यापारी दिन में करीब चार से पांच बार दो या तीन घंटे के गैप में मोमो बनाते और परोसते हैं. बागेश्वर की भोटिया मार्केट में मोमो एक फुट प्लेट 100 रुपये किलो बिक रहे हैं. इसके बावजूद भी लोगों में इसके प्रति क्रेज कम नहीं है.

केवल मोमो खाने आते हैं बाजार
कई शौकीन लोगों को भोटिया मार्केट सिर्फ मोमो खाने भी आते हैं. यहां पर फिलहाल वेज मोमोज बिक रहें हैं. धारचूला के मोमो को लोग अधिक पसंद करते हैं. यहां के व्यापारी मोमो बनाने में कई स्थानीय मसालों का भी यूज करते हैं. बागेश्वर में भी धारचूला के मोमो की काफी डिमांड रहती है. इन दिनों बागेश्वर में जोहार समाज के व्यापारियों ने अस्थाई दुकानें लगाई है. मंडलसेरा जाने वाले रास्ते के पास फील्ड में मोमो की दुकान लगाई है. जहां बागेश्वर के लोग खासतौर पर मोमो खाने आ रहे हैं.

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एक बार खा लिए ये मोमो तो उम्र भर नहीं भूलेंगे स्वाद, रहती है जबरदस्त डिमांड

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