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Nandamuri Taraka Rama Rao Aka NTR Birth Anniversary: नंदमुरी तारक राम राव यानी एनटीआर का जन्म 28 मई 1923 को मद्रास (ब्रिटिश राज) में हुआ. वह बेहतरीन एक्टर और पॉलिटिशियन थे. हम उनकी 102वीं पुण्यतिथि पर उनकी फिल्…और पढ़ें

एनटीआर की 102वीं बर्थ एनिवर्सरी है. (फोटो साभारः यूट्यूब थंबनैल)
मुंबई. भारतीय सिनेमा और तेलुगू फिल्म इंडस्ट्री का जिक्र एनटी रामाराव के बिना अधूरा है. वे न केवल एक महान एक्टर थे, बल्कि एक प्रभावशाली राजनेता भी रहे. लेकिन बहुत कम लोग ही उनकी पर्सनल लाइफ और करियर के बारे में जानते हैं. आज उनकी 102वीं बर्थ एनिवर्सरी है. इस मौके पर हम आपको उनकी फिल्मों और लाइफ से जुड़े कुछ अनसुनी जानकारी दे रहे हैं. एनटीआर ने अपने करियर में कई बार भगवान विष्णु, श्रीकृष्ण और राम का किरदार निभाया. उनकी अदाकारी इतनी प्रभावशाली था कि लोग उन्हें असली भगवान मानने लगे थे. जैसा कि रामानंद सागर की रामायण में अरुण गोविल और दीपिका चिखलिया के साथ राम और सीता का किरदार निभाने के लिए है.
एनटीआर की साल 1957 में आई ‘माया बाजार’ आज भी लोगों के दिलों में बसती है. इस फिल्म में उन्होंने भगवान श्रीकृष्ण का किरदार निभाया था. कई ग्रामीण इलाकों में लोग उनकी तस्वीर को पूजा स्थल पर भगवान की तरह रखते थे. आपको जानकर हैरानी होगी कि एनटीआर शुरू में फिल्मों में काम नहीं करना चाहते थे. वे एक सरकारी कर्मचारी थे और पढ़ाई में अच्छे थे. लेकिन जब उन्हें बी. ए. सुभ्बाराव ने 1949 की फिल्म ‘मनदेशम’ में पहला रोल ऑफर किया, तो उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा.
एक ही फिल्म में 3 अलग-अलग भगवानों का किरदार
फिल्म ‘श्री कृष्णार्जुन युद्धम् (1963) में एनटीआर ने भगवान विष्णु, श्रीकृष्ण और श्रीराम, तीनों किरदार निभाए. यह भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक अनोखी मिसाल है. हर किरदार में उन्होंने अलग-अलग बॉडी लैंग्वेज, डायलॉग डिलीवरी और हावभाव अपनाए. बहुत कम लोग जानते हैं कि एनटीआर अपने कई ऐतिहासिक और पौराणिक किरदारों का मेकअप खुद करते थे. वे इन किरदारों की पोशाक और मुद्रा पर घंटों रिसर्च करते थे ताकि चरित्र में पूरी तरह डूब सकें.
सबसे ज्यादा बार श्रीकृष्ण का किरदार निभाने वाले अभिनेता
एनटीआर ने 17 से ज्यादा फिल्मों में भगवान श्रीकृष्ण का रोल निभाया. यह भारतीय सिनेमा में अब तक का रिकॉर्ड है. उनकी सहज मुस्कान और चेहरे के भाव ने इस किरदार को अमर बना दिया. उनकी फिल्मों का स्क्रीनिंग भारत के बाहर भी हुआ- विशेष रूप से फिजी, मलेशिया और अमेरिका में बसे तेलुगू प्रवासियों में उनकी लोकप्रियता बहुत थी. एनटी रामाराव सिर्फ एक अभिनेता नहीं थे, बल्कि एक युग थे. उनके अभिनय में गहराई, किरदारों में आत्मा और जीवन में समाजसेवा का समर्पण था. उनकी फिल्मों में भारतीय संस्कृति, धर्म और नैतिकता का जो स्वरूप दिखता है, वह उन्हें अमर बनाता है.

रमेश कुमार, सितंबर 2021 से न्यूज 18 हिंदी डिजिटल से जुड़े हैं. इससे पहले एबीपी न्यूज, हिंदीरश (पिंकविला), हरिभूमि, यूनीवार्ता (UNI) और नेशनल दुनिया में काम कर चुके हैं. एंटरटेनमेंट, एजुकेशन और पॉलिटिक्स में रूच…और पढ़ें
रमेश कुमार, सितंबर 2021 से न्यूज 18 हिंदी डिजिटल से जुड़े हैं. इससे पहले एबीपी न्यूज, हिंदीरश (पिंकविला), हरिभूमि, यूनीवार्ता (UNI) और नेशनल दुनिया में काम कर चुके हैं. एंटरटेनमेंट, एजुकेशन और पॉलिटिक्स में रूच… और पढ़ें
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