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Acidity And sour belching Remedies: अनहेल्दी लाइफस्टाइल से एसिडिटी और खट्टी डकारें बढ़ रही हैं. डाइटिशियन अमृता मिश्रा के अनुसार, भीगे बादाम, सौंफ का पानी, पपीता, ओट्स और नारियल पानी से राहत मिल सकती है.

एसिडिटी-खट्टी डकारों ने कर रखा है परेशान? सुबह की इन परेशानियों से बचने के लिए करें 5 काम, जल्द मिलेगी राहत!

सुबह की एसिडिटी-खट्टी डकारों से बचने के अचूक उपाय. (Canva)

हाइलाइट्स

  • भीगे बादाम खाने से एसिडिटी में राहत मिलती है.
  • सौंफ का पानी पीने से पेट की जलन कम होती है.
  • नारियल पानी पीने से पेट को ठंडक मिलती है.

Acidity And sour belching Remedies: आजकल अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खानपान से पेट से जुड़ी समस्याएं अधिक देखी जा रही हैं. इनमें एसिडिटी, पेट में जलन और खट्टी डकारें सबसे ज्यादा परेशान करती हैं. ये समस्याएं लोगों में सुबह के समय अधिक देखी जाती हैं. कई बार यह समस्याएं इतनी बढ़ जाती हैं कि सुबह का नाश्ता करने का भी मन नहीं करता है. साथ ही, दिनभर शरीर में भारीपन बना रहता है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, ये समस्याएं तब होती हैं जब हम रात को देर से भोजन करते हैं या ज्‍यादा मिर्च-मसाले या तली-भुनी चीजें खा लेते हैं. ऐसा करने से पेट में एसिड का लेवल बढ़ जाता है और पेट में एसिडिटी बढ़ने लगती है.

इन परेशानियों से निजात पाने के लिए लोग तमाम चीजों का सेवन करते हैं, लेकिन कुछ नेचुरल फूड्स अधिक फायदेमंद हो सकते हैं. अब सवाल है कि आखिर सुबह की एसिडिटी और खट्टी डकारों से बचने के लिए क्या करें? एसिडिटी और खट्टी डकारों से राहत पाने के लिए क्या खाएं? इस बारे में News18 को बता रही हैं दिल्ली डाइट क्लीनिक नोएडा की डाइटिशियन अमृता मिश्रा-

सुबह की खट्टी डकार और एसिडिटी से बचने के उपाय

भीगे बादाम: एक्सपर्ट के मुताबिक, रातभर पानी में भीगे हुए बादाम सुबह खाली पेट खाने से एसिडिटी में राहत मिलती है. बादाम में नेचुरल ऑयल्स और फाइबर होते हैं और इसे खाने से पेट का एसिड गले तक नहीं चढ़ता और डकारें भी नहीं आतीं. रोजाना 4 से 5 भीगे हुए बादाम चबाकर खाने से पेट हल्का रहता है और एनर्जी भी मिलती है.

सौंफ का पानी: रातभर एक चम्मच सौंफ, पानी में भिगोकर सुबह उसका पानी छानकर पीने से पेट की जलन और डकारें काफी हद तक कम हो सकती हैं. इसमें एंटी-एसिड गुण होते हैं इसल‍िए सौंफ पेट को ठंडक देता है और गैस बनने से रोकता है.

पपीता: आयुर्वेद के अनुसार, पपीता शरीर के पित्त दोष को संतुलित करता है जो एस‍िड‍िटी (Acidity) का एक मुख्‍य कारण है. सुबह के समय कटे हुए पपीते के टुकड़े खाने से न केवल एसिडिटी में राहत मिलती है बल्कि कब्ज जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं.

ओट्स: अगर सुबह का नाश्ता हल्का, फाइबर युक्त और लो-एसिडिक रखा जाए, तो एसिडिटी को कम कर सकते हैं. ओट्स ऐसे ही एक हेल्दी फूड है. इसमें सॉल्युबल फाइबर होता है जो पेट के अत‍िर‍िक्‍त एसिड को सोख लेता है और पेट को शांत रखता है. ओट्स को दूध में पकाकर, कुछ बीजों और फलों के साथ म‍िलाकर खाएं.

कोकोनट वॉटर: नारियल पानी शरीर के पीएच लेवल को संतुलित करने में मदद करता है. सुबह-सुबह एक ग‍िलास कोकोनट वॉटर पीने से पेट को ठंडक मिलती है और जलन से राहत मिलती है. यह डिहाइड्रेशन को भी दूर करता है जो कई बार एसिड‍िटी का कारण बन सकता है.

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एसिडिटी-खट्टी डकारों ने कर रखा परेशान? इन परेशानियों से बचने के लिए करें 5 काम

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