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विधायक नंद किशोर गुर्जर ने कहा कि एस.टी. हसन का यह बयान बेहद आपत्तिजनक है. इससे करोड़ों हिंदू महिलाओं का अपमान हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि एस.टी. हसन का इरादा समाज में नफरत फैलाना और दंगा भड़काना है.
दरअसल, एस.टी. हसन ने एक निजी चैनल पर दिए इंटरव्यू में विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि असीउद्दीन ओवैसी और अकबरुद्दीन ओवैसी को अब जीजा क्यों नहीं कहा जा सकता ? इस्लाम में दो शादियां जायज हैं, तो पेश कर दीजिए किसी को जोधाबाई की तरह, फिर जीजा कहिए। इस बयान को लेकर विधायक नंद किशोर गुर्जर ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
गुर्जर ने कहा कि एस.टी. हसन का यह बयान बेहद आपत्तिजनक है. इससे करोड़ों हिंदू महिलाओं का अपमान हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि एस.टी. हसन का इरादा समाज में नफरत फैलाना और दंगा भड़काना है. उन्होंने यह भी कहा कि यह पहली बार नहीं है. जब हसन ने ऐसा बयान दिया हो। इससे पहले भी वे कांवड़ यात्रियों की तुलना आतंकियों से कर चुके हैं. रानी पद्मावती को लेकर भी विवादित टिप्पणी कर चुके हैं.
एस.टी. हसन पर NSA के तहत मुकदमा दर्ज हो
विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि एस.टी. हसन ने समाजवादी पार्टी के इशारे पर यह बयान दिया है. अगर पार्टी चाहती, तो खुद उनके खिलाफ कार्रवाई करती अखिलेश यादव को चाहिए कि वे पार्टी की छवि बचाने के लिए एस.टी. हसन पर सख्त कार्रवाई करें. विधायक नंद किशोर गुर्जर ने मांग की है कि एस.टी. हसन पर NSA के तहत मुकदमा दर्ज हो और कठोर कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि जैसे अन्य मामलों में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सख्त कदम उठाते हैं. वैसे ही इस मामले में भी कार्रवाई जरूर होनी चाहिए ताकि कानून व्यवस्था और सामाजिक सौहार्द बना रहे.इस पूरे विवाद की शुरुआत करणी सेना के नेता योगेंद्र राणा के बयान से हुई थी. राणा ने सपा सांसद इकरा हसन को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की थी.ओवैसी से उन्हें ‘जीजा’ कहने की शर्त रखी थी. इसी पर पलटवार करते हुए एस.टी. हसन ने यह बयान दे डाला.
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