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कानपुर: महिलाएं अक्सर अपने बच्चों का टीकाकरण करना भूल जाती हैं. प्रेगनेंसी के समय से लेकर बच्चों के 3 साल तक होने की उम्र सबसे महत्वपूर्ण होती है. ऐसे में महिला के स्वास्थ्य से लेकर बच्चों के स्वास्थ्य का ख्याल रखना और उनकी जरूरी दवाएं, उनकी जरूरी रिपोर्ट्स जैसी चीजों को कई बार लॉग इन रिकॉर्ड्स को नहीं रखते हैं. इस वजह से कई बच्चों को और महिलाओं को काफी समस्या भी होती है. वहीं भारत देश की बात की जाए तो यहां पर मात्रा और शिशु मृत्यु दर भी बेहद अधिक है, लेकिन अब इस काम को करने के लिए और मां और बच्चे का संपूर्ण ख्याल रखने के लिए, कानपुर विश्वविद्यालय की इनक्यूबेटर कंपनी द्वारा एक ऐसा ऐप तैयार किया गया है जो माय रिकॉर्ड के नाम से जाना जाता है. यह मां और बच्चे दोनों का पूरा रिकॉर्ड रखेगा और कोई टीका या किसी चीज की मिसिंग होने पर वह फौरन इसकी सूचना परिजनों को देगा.
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से होगी शुरुआत
कानपुर विश्वविद्यालय की इनक्यूबेटर कंपनी ने यह माय रिकॉर्ड ऐप तैयार किया है, जिसकी शुरुआत कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज से शुरू होने जा रही है. इन दोनों के बीच एक करार हुआ है जिसके तहत 5 सालों तक निशुल्क यहां पर इस ऐप के जरिए प्रेग्नेंट महिलाओं का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा और जब तक उनका बच्चा 3 साल का नहीं हो जाता उसके सारे रिकॉर्ड इस ऐप पर मौजूद रहेंगे और यह ऐप समय-समय पर किसी चीज की मिसिंग होने पर इसकी जानकारी उनको देगा.
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल संजय काला ने बताया कि यह ऐप माता और शिशु दोनों के लिए बेहद कारगर साबित होगा, क्योंकि यह मां और बेटे को जरूरी दवाएं और जरूरी टिका समय पर लगाने के लिए सूचित करेगा. ऐसे में वह दोनों पूरी तरीके से स्वस्थ रहेंगे इससे मातृ-शिशु मृत्यु दर में भी कमी आएगी.
करना होगा पंजीकरण
जब भी महिलाएं मेडिकल कॉलेज में अपना इलाज कराने के लिए आएंगी तब वहां पर उनका पंजीकरण किया जाएगा. उनके मोबाइल फोन पर एक ओटीपी जाएगा. इसके बाद उनका पंजीकरण माय रिकॉर्ड में हो जाएगा. इसके बाद उनका पूरा डाटा तब तक इसमें रहेगा जब तक उनका बच्चा 3 साल का नहीं हो जाता.
ऐप पर मौजूद होगा मां और बच्चे का डाटा
मां और बच्चे के सारे रिकॉर्ड इस ऐप पर मौजूद रहेंगे, यह मां और बच्चे के 3 साल तक लगने वाले जरूरी टीका का भी याद रखेगा और यदि माता-पिता कुछ मिस करते हैं, तो यह ऐप फौरन उनको फोन करके इसकी जानकारी देगा, ताकि वह समय पर उसे लगवा सके और अपने बच्चों के स्वास्थ्य का ख्याल रख सके.
FIRST PUBLISHED : January 9, 2025, 10:20 IST
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