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India vs Australia head to head ODI: भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें सन्डे को आमने-सामने होंगी. वनडे फॉर्मेट में भारत की कमान शुभमन गिल और ऑस्ट्रेलिया की कप्तानी मिशेल मार्श के पास है. रोहित-विराट भी वनडे में 7 महीने बाद वापसी कर रहे हैं.

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे सीरीज की शुरुआत रविवार को पर्थ में होने जा रही है. कई मायनों में यह मुकाबला काफी खास होने वाला है. विराट कोहली और रोहित शर्मा की सात महीने बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी होने जा रही है. उधर, वनडे कप्तान के तौर पर शुभमन गिल नई पारी की शुरुआत करने जा रहे हैं. दिवाली के सीजन में तीन मैचों की वनडे सीरीज फैन्स को भी खूब एंटरटेन करने वाली है. भारतीय समयानुसार सुबह 9 बजे से पहला मैच खेला जाएगा. अब मन में सवाल उठना लाजमी है कि कंगारू टीम और मैन्य इन ब्लयू के बीच वनडे में किसका पलड़ा भारी है? चलिए हम आपको इसके बारे में विस्तार में बताते हैं.
ऑस्ट्रेलिया ने जीते ज्यादा मैच?
दरअसल, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे हेड टू हेड आंकड़े ज्यादा अच्छे नहीं है. कंगारू टीम का पलड़ा भारत के मुकाबले काफी भारी नजर आता है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि भारत के मुकाबले ऑस्ट्रेलिया की टीम ने दो चार या 10 नहीं बल्कि 26 मैच ज्यादा जीते हैं. वनडे में भारत और ऑस्ट्रेलिया का आमना-सामना कुल 152 बार हुआ है. इस दौरान 84 मैचों में कंगारू टीम को जीत मिली. वहीं, भारत केवल 58 मैच ही अपने नाम कर पाया.
रोहित-विराट ने खोले कंगारुओं के धागे
हमें यहां यह समझना भी होगा कि पिछले कुछ सालों में भारत ने इस आंकड़े में काफी सुधार किया है. ऑस्ट्रेलिया की टीम कागजों पर काफी मजबूत है लेकिन उनके पास वो धार नहीं है जो कभी रिकी पोंटिंग, मैथ्यू हेडन या स्टीव वॉ के वक्त में हुआ करती थी. यही वजह है कि पिछले कुछ सालों में भारत ने निरंतर अंतराल पर ऑस्ट्रेलिया को वनडे में मात दी है. पिछले 10 मैचों में भारत ने छह वनडे अपने नाम किए। साल 2020 से अबतक दोनों देशों के बीच 15 वनडे हुए, जिसमें भारत ने आठ और ऑस्ट्रेलिया ने सात मैच अपने नाम किए. यह वो दौर था जब विराट और रोहित ने वनडे में कप्तानी संभाली.
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और…और पढ़ें
पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और… और पढ़ें
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