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Papaya Leaf Extract Benefits: पपीता के पत्तों का अर्क औषधि के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. आयुर्वेद डॉक्टर्स की मानें तो यह अर्क पेट की समस्याओं में रामबाण हो सकता है. यह डेंगू में प्लेटलेट्स बढ़ाने में भी कार…और पढ़ें

पपीता के पत्तों का अर्क बेहद फायदेमंद होता है.
हाइलाइट्स
- पपीते के पत्तों का अर्क पेट के लिए लाभकारी है.
- डेंगू में यह अर्क प्लेटलेट्स बढ़ाने में मदद करता है.
- डायबिटीज में शुगर कंट्रोल करने में सहायक है.
Papaya Leaf Benefits as Per Ayurveda: आयुर्वेद में कई फूल-पत्तियों को सेहत के लिए वरदान माना गया है. पपीता के पत्ते भी औषधीय गुणों से भरपूर माने गए हैं और इनका इस्तेमाल कई बीमारियों से निजात पाने में किया जाता है. आयुर्वेद एक्सपर्ट्स की मानें तो पपीते के पत्तों का अर्क सेहत के लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है. पपीता ही नहीं, बल्कि इसके पत्तों में भी कई औषधीय गुण पाए जाते हैं. पपीते के पत्तों से निकाला गया अर्क विटामिन्स, एंटीऑक्सीडेंट्स और एंजाइम्स से भरपूर होता है, जो शरीर को कई गंभीर बीमारियों से लड़ने में मदद करता है. आजकल डेंगू में भी इसका खूब इस्तेमाल किया जा रहा है.
यूपी के हाथरस स्थित प्रेम रघु आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. सरोज गौतम ने News18 को बताया कि पपीते के पत्तों का अर्क पेट के लिए बेहद लाभकारी होता है. इसमें मौजूद पाचक एंजाइम्स पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करते हैं. ये एंजाइम्स कब्ज, अपच और गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं. अगर किसी को लगातार पेट से जुड़ी समस्याएं रहती हैं, तो पपीते के पत्तों का अर्क एक नेचुरल ट्रीटमेंट हो सकता है. इसके अलावा पपीते के पत्तों का अर्क लिवर को साफ करने में मदद करता है. यह अर्क लिवर से टॉक्सिन्स बाहर निकालता है और लिवर की फंक्शनिंग को बेहतर बनाता है.
आयुर्वेदिक डॉक्टर की मानें तो पपीता के पत्तों का अर्क इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है. पपीता के पत्तों में विटामिन A, विटामिन C और विटामिन E की भरपूर मात्रा पाई जाती है, जो शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता को मजबूत बनाते हैं. यह अर्क शरीर को इंफेक्शंस से लड़ने में मदद करता है. इसका सेवन करने से सर्दी-जुकाम से भी बचाव होता है. इसके अलावा पपीते के पत्तों का इस्तेमाल डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने के लिए किया जाता है. पपीते के पत्तों में मौजूद एंजाइम्स जैसे कि पपैन और काइमोपपैन प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने में मदद करते हैं. हालांकि इस अर्क का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करें.
आयुर्वेद एक्सपर्ट की मानें तो डायबिटीज के मरीजों के लिए पपीता के पत्तों का अर्क बेहद लाभकारी हो सकता है. इसमें शुगर कंट्रोल करने की क्षमता होती है. पपीता के पत्तों का अर्क इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ाता है, जिससे ग्लूकोज लेवल स्टेबल बना रहता है. डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए यह एक नेचुरल तरीका हो सकता है. हालांकि शुगर के मरीजों को भी इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. पपीते के पत्तों का अर्क एक बहुआयामी औषधि है, लेकिन सावधानी के साथ ही इसका सेवन करें.
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