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Ma Annapurna Temple in Kannauj: कन्नौज में माता अन्नपूर्णा का मंदिर सैकड़ों वर्ष पुराना है. इस मंदिर में दूर-दूर से श्रद्धालु माता का दर्शन करने और मंदिर प्रांगण की मिट्टी लेने के लिए आते हैं, किसानों की यह मान्यता है कि मंदिर प्रांगण की मिट्टी अपने खेतों में डालने से खेतों की उपजाऊ क्षमता में वृद्धि होती है.

कन्नौज में माता अन्नपूर्णा का सैकड़ों वर्ष पुराना मंदिर बना हुआ है, माता अन्नपूर्णा को अन्न और समृद्धि की अधिष्ठात्री माना जाता है, ऐसा विश्वास है कि यहां दर्शन करने से घर में कभी अन्न की कमी नहीं होती और भूख, दरिद्रता दूर होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है.

नवरात्रि और खास पर्वों पर यहां विशेष पूजा-अर्चना होती है, जिसमें हजारों श्रद्धालु भाग लेते हैं, मंदिर में आने वाले कई लोग विशेष रूप से वैवाहिक जीवन की सुख-शांति और संतान की प्राप्ति की कामना करते हैं.

यह मंदिर कन्नौज की धार्मिक पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और यहां की आस्था सदियों से चली आ रही है. इस मंदिर का काफी महत्व है, मंदिर प्रांगण की मिट्टी को किसान अपने साथ ले जाते हैं. किसानों का मानना है कि माता अन्नपूर्णा मंदिर की मिट्टी को खेतों में डालकर अगर फसल लगाई जाए तो फसल में वृद्धि होती है जो माता अन्नपूर्णा का चमत्कार होता है.

इस मंदिर के चारों तरफ छोटे-छोटे हाथी की प्रतिमाएं बनी हुई है और लोगों का यह मानना है कि इस मंदिर में हाथी की गिनती करने पर कभी गिनती सही नहीं होती, कभी कम निकलती है तो कभी एक ज्यादा.

माता अन्नपूर्णा का मंदिर कन्नौज रेलवे स्टेशन से कन्नौज तिर्वा मार्ग पर करीब 12 किलोमीटर दूरी पर यह मंदिर तिर्वा कस्बे से कुछ दूर पहले बना हुआ है.
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