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Fruit For Constipation: कब्ज की समस्या में एक फल अधिक फायदेमंद है. इसमें प्रीबायोटिक फाइबर, विटामिन A, C, B6, पोटैशियम, मैग्नीशियम होते हैं. रोजाना सेवन से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है और गट हेल्थ बेहतर होती है. …और पढ़ें

कब्ज की समस्या में दवा का काम करता है ये फल. (Image- Canva)
हाइलाइट्स
- कब्ज में केला फायदेमंद है, प्रीबायोटिक फाइबर से भरपूर.
- केला पाचन तंत्र को दुरुस्त रखता है, गट हेल्थ बेहतर होती है.
- केला एसिडिटी, गैस और ब्लॉटिंग से राहत देता है.
Fruit For Constipation: कब्ज की समस्या हर मौसम में कष्टकारी होती है. कई लोगों को कब्ज होने से जीना मुहाल हो जाता है. इस स्थिति को क्रोनिक कब्ज कहते हैं. इस परेशानी का सबसे कारण फाइबर और पानी का कम सेवन, ऑयली-मसालेदार फूड का ज्यादा सेवन आदि. बता दें कि, जब हम खाना खाते हैं तो यह छोटी आंत में पहुंचता है. इस जगह भोजन को तोड़ा जाता है. इसको तोड़ने के लिए लिवर और पेट से कई एंजाइम और केमिकल निकलते हैं. इससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं. ये सभी तत्व एनर्जी बनाते हैं. लेकिन, जब हम खराब भोजन करते हैं तो आंत में ठीक से पचता नहीं है, जिससे पेट में गंदगी जमने लगती है.
बहुत दिनों तक पेट में गंदगी रहने से भारी कॉन्स्टिपेशन होने का जोखिम होता है, जिससे गैस और ब्लॉटिंग की समस्या भी बढ़ जाती है. यही समस्या कई बार पाइल्स का भी कारण बन सकती है. इस समस्या से निजात के लिए लोग तमाम चीजों का सेवन करते हैं, लेकिन 1 फल अधिक फायदेमंद हो सकता है. अब सवाल है कि आखिर कब्ज की समस्या में सबसे कारगर फल कौन सा है? कैसे दूर करता है कब्ज? इस बारे में News18 को बता रही हैं डाइट फॉर डिलाइट क्लीनिक नोएडा की सीनियर डाइटिशियन खुशबू शर्मा-
कब्ज दूर करने के लिए फायदेमंद फल
डाइटिशियन के मुताबिक, कब्ज की समस्या होने पर केले का सेवन अधिक फायदेमंद है. दरअसल, केले में प्रीबायोटिक फाइबर होता है जो लाभकारी आंत बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा देता है. ये बैक्टीरिया पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में भूमिका निभाते हैं, जिससे मल त्यागने में आसानी होती है और आपको कब्ज से राहत मिल सकती है.
कब्ज में केला कैसे फायदेमंद
केले में मौजूद विटामिन की बात करें तो इसमें विटामिन A, विटामिन C और विटामिन-B6 होता है. बात करें मिनरल्स की तो इसमें पोटैशियम,मैग्नीशियम और मैग्नीज मौजूद होता है. इसमें फाइबर भरपूर होता है जो पाचन में सुधार करता है. एक्सपर्ट के मुताबिक, रोजाना केला खाने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है, क्रॉनिक कब्ज का इलाज होता है और गट हेल्थ दुरुस्त रहती है.
आयुर्वेद में भी केले को अधिक महत्व?
– केला एक ऐसा फल है जो वात,कफ और पित्त दोषों को संतुलित करता है. केले का मीठा स्वाद वात दोषों को शांत करता है. वात दोष की वजह से ही बाउल मूवमेंट जैसी परेशानियां होती है. केला खाने से पाचन तंत्र दुरुस्त रहता है. केले का सेवन करने से पित्त दोष भी बैलेंस रहता है. इसका सेवन करने से पेट की गैस, एसिडिटी, हार्ट बर्न, ब्लोटिंग और इंफ्लामेशन से बचाव होता है.
– केले में मौजूद डाइटरी फाइबर बाउल मूवमेंट को दुरुस्त करता है. इसका सेवन करने से कब्ज दूर होती है. केले में ऐसा गुण भी मौजूद है जो न सिर्फ कब्ज को तोड़ता है बल्कि डायरिया का भी इलाज करता है. केले में नेचुरल बाइंडिंग इफेक्ट होता है जो स्टूल को सॉफ्ट बनाता है.
– केले का सेवन करने से एनर्जी बूस्ट होती है. इसमें नैचुरल शुगर जैसे ग्लूकोज, फ्रक्टोज और सुक्रोज होता है जो बॉडी को तुरंत एनर्जी देता है. इसमें पोटैशियम भरपूर मौजूद होता है जो बीपी को कंट्रोल करता है.
– केले में कैल्शियम और मैग्नीशियम होता है जो हड्डियों को मजबूत करता है. फाइबर से भरपूर केला पेट लंबे समय तक भरा रखता है और वजन को कंट्रोल करता है. केले में एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन C मौजूद होता है जो स्किन को हेल्दी बनाता है.
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March 01, 2025, 16:40 IST
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