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Madhiya Mahadev Mandir : झांसी का मढ़िया महादेव मंदिर अपनी ऐतिहासिकत और धार्मिक महत्व के कारण विशेष पहचान रखता है. यह मंदिर 1947 से 2007 तक अतिक्रमण का शिकार रहा. साल 2007 में मढ़िया मंदिर को अतिक्रमण मुक्त करान…और पढ़ें

शिव बारात
हाइलाइट्स
- मढ़िया महादेव मंदिर में 2007 से शिव बारात की परंपरा शुरू हुई.
- शिवरात्रि पर झांसी में हजारों भक्त शिव बारात में शामिल होते हैं.
- मढ़िया महादेव मंदिर की स्थापना 600 वर्ष पूर्व गोसाई संतों ने की थी.
झांसी : वीरांगना की भूमि झांसी में शिवरात्रि की धूम मची रही. झांसी के विभिन्न इलाकों में शिव बारात निकाली गई. शिव-बारात में हजारों की संख्या में भक्त हर-हर महादेव, बम-बम भोले का घोष करते हुए भोलेनाथ का रुद्राभिषेक करने पहुंचे. सैकड़ों की संख्या में महिलाएं भी सिर पर कलश रखकर बारात में शामिल हुईं. गाजे-बाजे, डीजे, ढोल-नगाड़ों के साथ शिव बारात का अद्भुत स्वरूप देखने को मिला. नगर के प्रमुख मार्गों से युवाओं की टोलियों का नाच-गा कर निकलना वातावरण को शिवमय बना रहा है .झांसी शहर में सबसे बड़ी शिव बारात बड़ा बाजार के मुरली मनोहर मंदिर से निकली. मुरली मनोहर मंदिर से मालिन चौराहा, जवाहर चौक, मानिक चौक, सिन्धी तिराहा, रानी महल, मिनर्वा चौराहा, सैंयर गेट होते हुए मढिया महादेव मन्दिर पहुंची.
मढ़िया महादेव मंदिर झांसी में आस्था का एक प्रमुख केंद्र है. इस मंदिर की स्थापना गोसाई संतों द्वारा 600 वर्ष पूर्व की गई थी. भारत-पाक बंटवारे के समय यहां के हिंदुओं ने अपने कुछ मुसलमान साथियों को यहां छुपा दिया था. तीन पीढियां बीत जाने के बाद हिंदू युवा वाहिनी को इस अतिक्रमण का ख्याल आया और 2007 में मुसलमानों को कांशीराम कॉलोनी में शिफ्ट किया गया तथा यहां जीर्णोद्धार और सुंदरीकरण का काम शुरू हुआ. 2007 से ही हर साल यहां धूम धाम से शिव बारात निकाली जाती है. इस पूरी बारात का आयोजन झांसी के विधायक रवि शर्मा द्वारा किया जाता है.
क्या है शिव-पार्वती विवाह की मान्यता?
यह बारात पहले आंदोलन के लिए थी, अब यह उत्सव का रुप ले चुकी है. पौराणिक कथाओं के अनुसार, शिव और शक्ति का महामिलन महाशिवरात्रि को ही हुआ था. इसी दिन देवाधिदेव शिव और शक्ति एक दूसरे से विवाह बंधन में बंधे थे. वैरागी शिव ने वैराग्य त्याग कर गृहस्थ आश्रम में प्रवेश किया था. इसी वजह से महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव बारात निकाली जाती है. इस दिन शिवभक्त शिव-पार्वती का विवाह भी संपन्न कराते हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शिव और पार्वती का विवाह कराने से वैवाहिक जीवन की समस्याएं दूर होती हैं, दांपत्य जीवन खुशहाल होता है.
Jhansi,Jhansi,Uttar Pradesh
February 26, 2025, 18:48 IST
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