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कई ऐसे फल हैं, जिनके बारे में शायद ही सुना होगा या देखा होगा. हालांकि, ये फल बेहद ही शक्तिशाली और फायदेमंद होते हैं. आयुर्वेद में ये औषधि माने जाते हैं, जो कई रोगों का इलाज जड़ से कर सकते हैं. ऐसा ही एक फल है माजूफल. यह एक बेहद ही पावरफुल आयुर्वेदिक औषधि है, जो ओक के पेड़ों पर कीटों के कारण बनने वाली गॉल्स से बनता है. इसमें कई तरह के गुण होते हैं जैसे एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-ऑक्सीडेंट. जानते हैं माजूफल के फायदे और इसे इस्तेमाल करने का तरीका क्या है.
माजूफल के फायदे (Majufal ke fayde)
-माजूफल पेट की समस्याओं जैसे दस्त, पेचिश और आंतों के रोगों में राहत देता है. इसका कसैला गुण पेट को मजबूत करता है. माजूफल का पाउडर दालचीनी के साथ मिलाकर लेने से बार-बार शौच और चिपचिपे मल की समस्या कम होती है. रोजाना इसका काढ़ा पीने से पाचन तंत्र मजबूत रहता है.
-शरीर पर कहीं भी घाव, फोड़े-फुंसी हों या चेहरे पर एक्ने, मुंहासे, खुजली और झाइयां अधिक हों तो इन्हें भी दूर करने में कारगर है माजूफल. इसे सिरके के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाने से निशान और झाइयां कम होती हैं. इसके एंटी-माइक्रोबियल गुण त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाते हैं.
-माजूफल का चूर्ण या काढ़ा मुंह के छाले, मसूड़ों की सूजन और दांतों से खून बहने में कारगर है. इसे फिटकरी या सुपारी के साथ मंजन की तरह इस्तेमाल करें तो मुंह की दुर्गंध और छाले ठीक होते हैं. यह दांतों के दर्द और पायरिया में भी राहत देता है.
-महिलाओं की भी कई समस्याओं को दूर करता है माजूफल. 100 ग्राम माजूफल, 50 ग्राम जैतून का सूखा फल और 20 ग्राम गुलाबी फिटकरी को पीसकर पाउडर बनाएं. दो-तीन ग्राम पाउडर को सुबह खाली पेट गुनगुने पानी और नींबू के साथ लें. यह ओवेरियन सिस्ट और बच्चेदानी की गांठों को खत्म करने में मदद कर सकता है.
-ल्यूकोरिया (सफेद पानी) से काफी महिलाएं परेशान रहती हैं. इसे ठीक करने के लिए आप माजूफल, लोधरा छाल, चुनिया गोंद, मोचरस, नागकेसर, सूखा सिंघाड़ा और मिश्री को पीसकर पाउडर बनाएं. इसे एक चम्मच सुबह-शाम खाने के बाद लें. यह ल्यूकोरिया को जड़ से खत्म कर सकता है.
-माजूफल के काढ़े से गरारे करें. इससे गले की खराश और टॉन्सिलाइटिस की समस्या ठीक होती है. बवासीर के दर्द और सूजन में इसका काढ़ा मलद्वार को साफ करने या लेप के रूप में उपयोग करें. यह जलन और दर्द को कम करता है.
-माजूफल ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल करता है. ऐसे में डायबिटीज पेशेंट के लिए भी फायदेमंद है. इसका चूर्ण या काढ़ा घावों को जल्दी भरता है. रक्तस्राव रोकता है. यह मूत्र मार्ग संक्रमण और बालों का झड़ना भी कम करने में असरदार है.
-हालांकि, प्रेग्नेंसी में महिलाएं इसका सेवन न करें, क्योंकि यह गर्भपात का खतरा बढ़ा सकता है. अधिक खाने से आपको कब्ज भी हो सकता है. इसका इस्तेमाल कब और कितनी मात्रा में करना है, इसकी जानकारी एक्सपर्ट से लेने के बाद ही सेवन करना शुरू करें.
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