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भारत के पहले हॉलीवुड एक्टर साबू दस्तगीर की बायोपिक जल्द ही बड़े पर्दे पर आएगी. साबू ने के पिता महावत थे. वह हाथी की चराते थे. उनकी देखरेख करते थे. साबू खुद बी हाथियों के अस्तबल में रहे और उनकी देखरेख करते थे.

कभी चराता था हाथी, आजादी से पहले बना भारत का पहला हॉलीवुड सुपरस्टार, दी कई हिट, अब बड़े पर्दे पर दिखेगी कहानी

भारत का पहला हॉलीवुड स्टार बना था ये हीरो.

हाइलाइट्स

  • साबू की बायोपिक जल्द बड़े पर्दे पर आएगी
  • साबू भारत के पहले हॉलीवुड एक्टर थे
  • साबू ने ‘एलिफेंट बॉय’ से करियर की शुरुआत की
मुंबई. भारत के पहले हॉलीवुड एक्टर साबू की कहानी अब बड़े पर्दे पर जल्द ही दिखाई जाएगी. राइटर देबलीना मजूमदार की लिखी बायोग्राफिकल किताब ‘साबू: द रिमार्केबल स्टोरी ऑफ इंडियाज फर्स्ट एक्टर इन हॉलीवुड’ के फिल्म और टेलीविजन अधिकार ऑलमाइटी मोशन पिक्चर ने हासिल कर लिए हैं. यह बायोपिक मैसूर के लड़के ‘साबू दस्तगीर’ की सच्ची कहानी पर आधारित है, जो मैसूर के हाथियों के अस्तबल से निकलकर एक इंटरनेशनल फिल्म स्टार बनता है.

ऑलमाइटी मोशन पिक्चर्स की प्रोड्यूसर और एक्ट्रेस प्रभलीन संधू ने कहा कि साबू की कहानी को सच्चाई से पर्दे पर लाना चाहिए. उन्होंने कहा, “साबू की कहानी को भव्यता और सच्चाई के साथ लोगों के सामने लाना चाहिए. वह सिर्फ भारत के पहले ग्लोबल स्टार्स ही नहीं थे, बल्कि वह आइलैंड्स, कल्चर्स और कई पीढ़ी के बीच एक पुल थे. उनकी कहानी को पर्दे पर लाना फिल्म निर्माण से कहीं बढ़कर है.”

साबू दस्तगीर के पिता महावत थे.
प्रभलीन संधू ने कहा, ‘उनका सफर महाद्वीपों, संस्कृतियों और युगों तक फैला हुआ था. हॉलीवुड में ‘एलिफेंट बॉय’ फिल्म में उनको बड़ा ब्रेक मिला था, जो 1937 में रिलीज हुई थी. इसमें उन्होंने मुख्य भूमिका निभाई थी. उन्होंने दूसरे विश्व युद्ध में भी अपने सेवाएं दी हैं.

साबू ने ‘एलिफेंट बॉय’ से की थी करियर की शुरुआत

साबू का जन्म 1924 को मैसूर के करपुरा में हुआ था, जो कि उस समय ब्रिटिश भारत की रियासत थी, उन्होंने 1937 में रुयार्ड किपलिंग की ‘द जंगल बुक’ के ‘टूमाई ऑफ द एलीफेंट्स’ पर आधारित फिल्म ‘एलिफेंट बॉय’ से अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत की थी. इस फिल्म से उनको अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली, जिसका निर्देशन डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर ‘रॉबर्ट जे. फ्लेहर्टी’ ने किया था. इस फिल्म को पूरा करने का काम निर्देशक जोल्टन कोर्डा ने किया, और उन्हें इसके लिए वेनिस फिल्म समारोह में बेस्ट डायरेक्टर का पुरस्कार भी मिला. यह फिल्म लंदन फिल्म्स स्टूडियो, डेनहम और मैसूर में शूट की गई थी.

‘एलिफेंट बॉय’ से हुए थे मशहूर

‘एलिफेंट बॉय’ के बाद, साबू ने कई हॉलीवुड क्लासिक फिल्मों में काम किया, इनमें ‘द थीफ ऑफ बगदाद’ (1940), ‘जंगल बुक’ (1942), ‘अरेबियन नाइट्स’ (1942) और ‘ब्लैक नार्सिसस’ (1947) जैसी फिल्में शामिल हैं. उनकी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर खूब धूम मचाई और वे पूरब और पश्चिम के बीच एक सांस्कृतिक सेतू बन गए थे. सिनेमा में उनके खास योगदान को देखते हुए, उन्हें 1960 में हॉलीवुड ‘वॉक ऑफ फेम’ में जगह मिली, दुख की बात यह की 1963 में 39 की उम्र में दिल का दौरा पड़ने की वजह से साबू का अचानक निधन हो गया था.

Ramesh Kumar

रमेश कुमार, सितंबर 2021 से न्यूज 18 हिंदी डिजिटल से जुड़े हैं. इससे पहले एबीपी न्यूज, हिंदीरश (पिंकविला), हरिभूमि, यूनीवार्ता (UNI) और नेशनल दुनिया में काम कर चुके हैं. एंटरटेनमेंट, एजुकेशन और पॉलिटिक्स में रूच…और पढ़ें

रमेश कुमार, सितंबर 2021 से न्यूज 18 हिंदी डिजिटल से जुड़े हैं. इससे पहले एबीपी न्यूज, हिंदीरश (पिंकविला), हरिभूमि, यूनीवार्ता (UNI) और नेशनल दुनिया में काम कर चुके हैं. एंटरटेनमेंट, एजुकेशन और पॉलिटिक्स में रूच… और पढ़ें

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