Latest Posts:
Search for:

[ad_1]

Last Updated:

कन्नौज के सुबोध ने नौकरी न मिलने पर PMFME योजना से 35% सब्सिडी पर लोन लेकर सोलर पैनल और चक्की का कारोबार शुरू किया. अब वह हर दिन 1000 रुपये से ज्यादा कमा रहे हैं.

X

कभी नौकरी की तलाश में दर-दर भटक रहे थे सुबोध, इस योजना से बदली किस्मत…

आटा चक्की में मौजूद सुबोध

हाइलाइट्स

  • सुबोध ने PMFME योजना से लोन लेकर सोलर पैनल और चक्की का कारोबार शुरू किया.
  • सुबोध अब हर दिन 1000 रुपये से ज्यादा कमा रहे हैं.
  • सुबोध का भतीजा भी उनके साथ काम कर रहा है, जिससे उसे भी रोजगार मिला है.

कन्नौज: ग्रेजुएशन के बाद लगातार नौकरी की तलाश में भटकने वाले कन्नौज जिले के सुबोध ने हार नहीं मानी. जब मनचाही नौकरी नहीं मिली तो उन्होंने खुद का छोटा सा कारोबार शुरू किया. शुरुआत में कुछ परेशानियां जरूर आईं, लेकिन जिला उद्यान विभाग से मिली ‘सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम औपचारिकीकरण योजना’ (PMFME) की जानकारी ने उनकी जिंदगी बदल दी. 35% सब्सिडी पर बैंक से लोन लेकर उन्होंने अपना कारोबार बढ़ाया और आज वह इससे अच्छी कमाई कर रहे हैं.
सुबोध कन्नौज जिले के जसोदा कस्बे के रहने वाले हैं. ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने कई जगह नौकरी के लिए कोशिश की, लेकिन सिर्फ 8 से 10 हजार रुपये महीने वाली नौकरियां ही मिल पा रही थीं. इतनी कम आमदनी में गुजर-बसर मुश्किल था. इसके बाद सुबोध ने डीजल इंजन और लाइट से जुड़ा छोटा काम शुरू किया, लेकिन उसमें भी ज्यादा कमाई नहीं हो पाई.

योजना से कैसे मिला फायदा?
इसी बीच सुबोध को जिला उद्यान विभाग की PMFME योजना के बारे में जानकारी मिली. इस योजना के तहत उन्होंने 5,25,000 रुपये का लोन लिया, जिसमें 35% सब्सिडी मिली. इस फंड से उन्होंने सोलर पैनल लगवाए और चक्की का कारोबार शुरू किया. जिसके लिए उन्होंने सोलर पैनल भी लगाए जिससे बिजली की बड़ी बचत हुई और इनकम में भी जबरदस्त इजाफा हुआ. आज सुबोध हर दिन खर्चे निकालने के बाद भी 1000 रुपये से ज्यादा की कमाई कर रहे हैं. उनके साथ अब उनका भतीजा भी काम कर रहा है, जिससे उसे भी रोजगार मिला है.

क्या कहते हैं सुबोध?
लोकल 18 से बातचीत में सुबोध ने बताया, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि बिजनेस भी कर पाऊंगा. नौकरी की तलाश में भटक रहा था, लेकिन इस योजना ने मेरी जिंदगी बदल दी. अब मैं चक्की चलता हूं और हर दिन अच्छा कमा रहा हूं. मेरा भतीजा भी मेरे साथ काम कर रहा है. मेरी युवाओं से गुजारिश है कि वे भी सरकारी योजनाओं का फायदा उठाकर अपना कारोबार शुरू करें.”

homebusiness

कभी नौकरी की तलाश में दर-दर भटक रहे थे सुबोध, इस योजना से बदली किस्मत…

[ad_2]

Source link

Author

Write A Comment