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Bitter gourd cultivation: यूपी के लखीमपुर जिले में किसान अब सब्जी की खेती पर अधिक जोर दे रहे हैं. किसान धान, गेहूं आदि फसलों के साथ-साथ कम समय में बढ़िया मुनाफा देने वाली फसलों की भी खेती करने लगे हैं, क्योंकि …और पढ़ें

करेला भी कुछ इसी तरह की फसल है. किसान इसकी खेती कर अच्छी कमाई कर सकते हैं, क्योंकि करेले में कई प्रकार के औषधीय गुण पाए जाते हैं, जिस वजह से बाजारों में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है.

भारत-नेपाल सीमा पर रहने वाले थारू समाज में प्रगतिशील किसान शारदा प्रसाद राणा पिछले दो वर्षों से लगातार करेले की खेती कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कम लागत में अधिक मुनाफा करेले की खेती से कमाया जा सकता है.

करेले की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है. किसान ने जानकारी देते हुए बताया कि करेला में लागत करीब एक बीघे में 20 हजार रुपए आती है. मुनाफा करीब एक फसल पर डेढ़ से दो लाख रुपये तक हो जाता है. इसकी खेती हम मचान विधि से करते हैं, जिससे हमारे करेले की पैदावार ज्यादा होती है.

इसकी खेती करना बहुत ही आसान है. करेले की खेती के लिए मचान विधि के तहत खेत में बांस, सीमेंट के खंभे से 5 से 7 फीट ऊंची मचान बनाई जाती है, जैसे ही सब्जी की बेल बढ़ने लगती है.

वैसे ही इसे मचान पर चढ़ा दिया जाता है जिससे सब्जियां ऊपर लगने की वजह से इनमें हवा का प्रवाह सही रहता है. करेले की बुवाई करने के लगभग 60 से 65 दिनों में इसकी फसल तैयार हो जाती है.
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