[ad_1]
Last Updated:
Kanpur blackout : पहले सायरन बजाया गया, फिर ब्लैकआउट किया गया. इसके बाद बम फटने की आवाज के साथ पूरे इलाके को आपातकालीन स्थिति में बदल दिया गया. जो जहां था, वहीं ठहर गया.

मॉक ड्रिल
हाइलाइट्स
- कानपुर में मॉक ड्रिल के दौरान सायरन बजते ही लोग जमीन पर लेट गए.
- बम फटने की आवाज से आपातकालीन स्थिति बनाई गई.
- मॉक ड्रिल में हवाई हमले और आग बुझाने के तरीके सिखाए गए.
Mock Drill Kanpur. माहौल उस समय गंभीर हो गया, जब अचानक सायरन बजने से लोग सकते में आ गए. ऐसा हुआ कानपुर के मालवीय पार्क में, जहां सायरन की आवाज सुनते ही लोग जमीन पर लेट गए और कुछ ही सेकंड बाद बम फटने जैसी तेज आवाज सुनाई दी. इसके बाद चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई. हालांकि ये असली हमला नहीं था. सिविल डिफेंस की ओर से आयोजित एक मॉक ड्रिल थी. इसका उद्देश्य था लोगों को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयार करना. आज तड़के पाकिस्तान के खिलाफ भारतीय सेना के ‘सिंदूर ऑपरेशन’ दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है. इसके बाद आज सभी राज्यों में लगभग 244 जिलों में मॉक ड्रिल आयोजित की गई है. इसमें उत्तर प्रदेश के भी कई जिले शामिल रहे, जहां लोगों को युद्ध की स्थिति में किस तरीके से निपटाना है, इसके बारे में जागरूक किया जा रहा है.
आग बुझाने पर फोकस
मॉक ड्रिल के जरिए ये सिखाया गया कि अगर कभी हवाई हमला हो या कोई अन्य आपदा आए, तो आम नागरिकों को कैसे सतर्क और सुरक्षित रहना चाहिए. इस दौरान एक काल्पनिक हवाई हमले की स्थिति पैदा की गई. पहले सायरन बजाया गया, फिर ब्लैकआउट किया गया और बम फटने की आवाज के साथ पूरे इलाके को आपातकालीन स्थिति में बदल दिया गया. इस मॉक ड्रिल में सिविल डिफेंस के वार्डनों ने दिखाया कि हवाई हमले में घायल हुए लोगों को किस प्रकार प्राथमिक उपचार देकर एंबुलेंस से सुरक्षित स्थान पर भेजा जाए. पार्क में मौजूद वॉलंटियर्स ने घायलों की मदद की. कुछ को स्ट्रेचर पर ले जाया गया तो कुछ को प्राथमिक चिकित्सा दी गई. अग्निकांड की स्थिति में गैस सिलेंडर में आग लगने का दृश्य भी तैयार किया गया, जिसमें दमकल विभाग की टीम ने आग बुझाने के तरीके सिखाए.
बच्चे, बुजुर्ग और महिलाएं रहे मौजूद
इस अभ्यास से लोगों को बताया गया कि आग लगने पर किस तरह सतर्कता बरतनी चाहिए, और खुद को व दूसरों को कैसे सुरक्षित रखें. मॉक ड्रिल में बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को भी शामिल किया गया, ताकि वे भी आपात स्थिति में घबराए नहीं और सही निर्णय ले सकें. इस मौके जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह और अपर जिलाधिकारी डॉ. राजेश कुमार सहित कई अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे.
[ad_2]
Source link