[ad_1]
Kaan Ka Mail Saaf Karne ke Nuskhe: गर्मी, धूल और प्रदूषण के मौसम में अक्सर लोग कान में खुजली, भारीपन और दर्द जैसी शिकायतों से परेशान हो जाते हैं. दरअसल, कान के अंदर मैल यानी ईयरवैक्स का जमना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन जब यह जरूरत से ज्यादा हो जाता है, तो न सिर्फ सुनने की क्षमता पर असर डालता है बल्कि संक्रमण और दर्द का कारण भी बन सकता है. बहुत से लोग इस परेशानी से निजात पाने के लिए कॉटन बड्स या पिन जैसी चीजों का इस्तेमाल करते हैं, जो और भी ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती हैं. सही जानकारी की कमी के कारण कई बार लोग अपने कानों को और भी ज्यादा नुकसान पहुंचा बैठते हैं. ईयरवैक्स हमारे कानों को बैक्टीरिया और धूल से बचाता है, लेकिन जब यह बाहर नहीं निकलता, तो दिक्कतें बढ़ जाती हैं. ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि कान की सफाई सही तरीके से और सुरक्षित रूप से की जाए. घरेलू नुस्खे न केवल किफायती होते हैं, बल्कि इनके साइड इफेक्ट भी नहीं होते. ये नुस्खे आपके कान से जमा मैल को धीरे-धीरे निकालने में मदद करेंगे और दर्द से भी राहत देंगे वो भी बिना किसी दवा या डॉक्टर के खर्च के.
सरसों का तेल एक पुराना और भरोसेमंद घरेलू उपाय है. यह कान के अंदर जमा सख्त मैल को नरम करने में मदद करता है और कान की सूजन को भी कम करता है.
कैसे करें इस्तेमाल
रात को सोने से पहले एक या दो बूंद गुनगुना सरसों का तेल ड्रॉपर से कान में डालें. सिर को कुछ देर एक तरफ झुकाए रखें ताकि तेल अंदर जा सके. अगली सुबह हल्के हाथ से साफ सूती कपड़े से बाहर आया मैल साफ करें.
नारियल तेल में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो कान के इंफेक्शन और सूजन से राहत दिलाते हैं. यह मैल को भी सॉफ्ट करके बाहर निकालने में मदद करता है.
गुनगुना नारियल तेल लें और 2-3 बूंदें कान में डालें. 10 मिनट बाद सिर को दूसरी तरफ झुकाएं ताकि एक्स्ट्रा तेल और मैल बाहर आ सके.
3. लहसुन और तिल का तेल
लहसुन में एंटी-बायोटिक गुण होते हैं और तिल का तेल कान की सफाई में मदद करता है. दोनों मिलकर कान के दर्द और मैल दोनों से राहत देते हैं.
1-2 लहसुन की कलियां तिल के तेल में गर्म करें जब तक लहसुन काला न हो जाए. फिर इसे छानकर ठंडा करें. 1-2 बूंद तेल कान में डालें और कुछ देर सिर को झुकाकर रखें.
4. गुनगुना पानी
अगर कान में बहुत ज्यादा ड्रायनेस है या खुजली हो रही है, तो गुनगुना पानी एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है.
कॉटन बॉल को गुनगुने पानी में भिगोकर हल्के से कान के बाहरी हिस्से को पोंछें. कभी भी सीधे पानी अंदर न डालें, इससे संक्रमण हो सकता है.
5. हाइड्रोजन पेरोक्साइड (केवल डॉक्टर की सलाह पर)
अगर मैल बहुत ज्यादा जमा हो गया है, तो हाइड्रोजन पेरोक्साइड का उपयोग किया जा सकता है, लेकिन यह उपाय डॉक्टर से सलाह लेकर ही करें. घरेलू उपयोग में इसकी मात्रा और तरीका सही होना जरूरी है.
(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
[ad_2]
Source link